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Jitiya Vrat Niyam: जो महिलाएं रखेंगी तीन दिन का व्रत, इन बातों का रखें खयाल, न हो कोई भूल

Jitiya Vrat में कई बातों का ध्यान रखना होता है, जो महिलाएं व्रत रखती हैं उन्हें बहुत सावधानी बरतनी होती है. जानिए यहां

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Jitiya Vrat Niyam: जो महिलाएं रखेंगी तीन दिन का व्रत, इन बातों का रखें खयाल, न हो कोई भूल
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डीएनए हिंदी : Jitiya Vrat Niyam in Hindi- हिंदू कैलेंडर के अनुसार अश्विन माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका का व्रत (Jitiya Vrat 2022) रखा जाता है.इस साल 18 सितंबर को यह व्रत शुरू हो रहा है, तीन दिन तक चलने वाले इस व्रत को पालन करने के लिए काफी श्रद्धा भाव चाहिए होता है. महिलाएं अपनी संतान (Women keep this fast for their child) की लंबी उम्र के लिए यह व्रत नियम के साथ रखती हैं. इस दौरान कई बातों का धअयान देना होता है. जितिया का व्रत कठिन व्रतों में एक है, जिसके नियम पूरे 3 दिनों तक चलते हैं. नहाय खास से शुरू होकर व्रत और पारण के बाद जितिया का व्रत पूरा होता है.  

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किन बातों का रखें ध्यान (Jitiya Vrat Niyam in Hindi)

  • जितिया व्रत से एक दिन पहले नहाय-खाय किया जाता है, इसमें व्रती छठ व्रत की तरह ही स्नान और पूजा-पाठ के बाद भोजन ग्रहण करती हैं और इसके दूसरे दिन निर्जला व्रत रखती है.
  • नहाय-खाय के दिन भूलकर भी लहसुन-प्याज,मांसाहार या तामसिक भोजन नहीं करना चाहिए.
  • पूरे सात्विक और स्वच्छ मन से ही यह व्रत रखा जाता है
  • व्रत के तीन दिन किसी भी तरह का शारीरिक संबंध बनाना नहीं बनाना चाहिए. 
  • अगर आपने एक बार जितिया का व्रत रखा है तो इसे हर साल करना चाहिए. इस व्रत को बीच में छोड़ना नहीं चाहिए. मान्यता है कि यह व्रत परंपरा की तरह निभाया जाता है, पहले सास इस व्रत को करती हैं उसके बाद घर की बहू द्वारा यह व्रत किया जाता है

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  • जो महिला यह व्रत करती हैं उसे मन,वचन और कर्म से भी शुद्ध रहना चाहिए. इस दौरान लड़ाई-झगड़े और कलह से दूर रहना चाहिए
  • जितिया का व्रत पूरी तरह निर्जला रखा जाता है, व्रत के दौरान आमचन करना भी वर्जित माना जाता है, इसलिए जितिया व्रत में जल का एक बूंद भी ग्रहण न करें
  • जितिया व्रत के नियम पूरे तीन दिनों के लिए होते हैं, पहले दिन नहाय-खाय और दूसरे दिन निर्जला व्रत रखा जाता है. इसलिए तीसरे दिन सुबह उठकर स्नानादि करें और पूजा-पाठ करने के बाद ही व्रत का पारण करें

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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