Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Gratuity Calculation: क्या होता है ग्रेच्युटी, कैसे की जाती है कैलकुलेट?

Gratuity: निजी नौकरी करने वाले अक्सर ग्रेच्युटी को लेकर चर्चा करते रहते हैं. कई नौकरीपेशा लोगों को ग्रेच्युटी के बारे में सही जानकारी नहीं होती है.

Latest News
Gratuity Calculation: क्या होता है ग्रेच्युटी, कैसे की जाती है कैलकुलेट?

Gratuity Rules

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

TRENDING NOW

डीएनए हिंदी: अगर आप वेतनभोगी कर्मचारी हैं तो आपने भी कभी न कभी ग्रेच्युटी (Gratuity) का जिक्र जरूर सुना होगा. खासकर प्राइवेट नौकरी करने वाले अक्सर ग्रेच्युटी को लेकर चर्चा करते रहते हैं. हालांकि इसके बावजूद कई नौकरीपेशा लोगों को ग्रेच्युटी के बारे में सही जानकारी नहीं है. आज हम ग्रेच्युटी और उससे जुड़े नियमों के बारे में विस्तार से जानने की कोशिश करेंगे.

ग्रेच्युटी क्या होता है?

सैलरी (Salary), पेंशन (Pension) और पीएफ (PF) के अलावा एक ही कंपनी में लंबे समय से काम कर रहे कर्मचारियों को भी ग्रेच्युटी का फायदा मिलता है. ग्रेच्युटी कंपनी की तरफ से एक कर्मचारी को तोहफे की तरह है. ग्रेच्युटी का एक छोटा सा हिस्सा कर्मचारियों के वेतन से काट लिया जाता है. इसके साथ ही कंपनी द्वारा ग्रेच्युटी के रूप में एक बड़ी राशि भी जमा की जाती है. अगर आप किसी कंपनी में 5 साल काम करते हैं तो आप वहां ग्रेच्युटी के हकदार होंगे. साथ ही अगर आप नौकरी की कुछ शर्तों को पूरा करते हैं तो आपको गारंटीड ग्रेच्युटी मिलेगी.

ग्रेच्युटी भुगतान अधिनियम, 1972

पेमेंट ऑफ ग्रेच्युटी एक्ट (Payment of Gratuity Act), 1972 के तहत जिस कंपनी में 10 से ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं उसके हर कर्मचारी को ग्रेच्युटी का लाभ मिलता है. यदि कोई कर्मचारी नौकरी छोड़ देता है या बदल जाता है या एक निर्दिष्ट समय बिताने के बाद सेवानिवृत्त हो जाता है तो उसे ग्रेच्युटी का लाभ मिलता है. इसके अलावा इस पर टैक्स का लाभ भी मिलता है. सरकार ने टैक्स फ्री ग्रेच्युटी की सीमा 10 लाख से बढ़ाकर 20 लाख कर दी है. इसके साथ ही नया वेतन संहिता लागू होने के बाद ग्रेच्युटी की राशि में भी इजाफा होगा.

ग्रेच्युटी की गणना कैसे की जाती है?

ग्रेच्युटी एक निश्चित फॉर्मूले के मुताबिक निकाली जाती है. इसका फॉर्मूला है- टोटल ग्रेच्युटी अमाउंट = (पिछली सैलरी)x (15/26)x (कितने साल कंपनी में काम किया).

अगर यह मान लिया जाए कि एक कर्मचारी ने एक ही कंपनी में 20 साल काम किया और उसकी आखिरी सैलरी 75 हजार रुपये है. अतः ग्रेच्युटी की गणना माह के चार दिन के अवकाश के अनुसार 26 दिन के आधार पर की जायेगी।.इस प्रकार कुल ग्रेच्युटी राशि 75,000x(15/26)x(20)= 8,65385 रुपये है.

यह भी पढ़ें:  SIP Investment: हर महीने जमा करें 10,000 रुपये, मिलेगा इतना प्रॉफिट

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement