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इनकी कविता से प्रभावित हो फाल्गुनी नायर ने नौकरी छोड़ी, बनी सेल्फ मेड रिचेस्ट वुमन

फाल्गुनी की बेटी ने उन्हें सीवी कवाफी की कविता 'इथाका' सुनाई और वह इस कविता से इतनी प्रेरित हुईं कि नौकरी छोड़ दी और कुछ नया करने का सोचने लगी.

इनकी कविता से प्रभावित हो फाल्गुनी नायर ने नौकरी छोड़ी, बनी सेल्फ मेड रिचेस्ट वुमन
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डीएनए हिंदी: जिंदगी में कौन सी बात प्रेरणा बन जाए और वह किसी फर्श से उठाकर अर्श पर बिठा दे, इस बारे में कोई कुछ नहीं कह सकता है. ऐसी ही एक कहानी की नायिका हैं- फाल्गुनी नायर. फाल्गुनी की बेटी अद्वैता ने उन्हें सीवी कवाफी की कविता 'इथाका' सुनाई और वह इस कविता से इतनी प्रेरित हुईं कि जमी-जमाई नौकरी छोड़ दी और कुछ नया करने का सोचने लगी. अद्वैता नायर नायका फैशन की CEO हैं. आज फाल्गुनी नायर अपनी ब्यूटी प्रोडक्ट्स कंपनी नायका के चलते दुनिया की सफलतम महिलाओं में से गिनी जाने लगी. फाल्गुनी के दिमाग में नायका का ख्याल 49 की उम्र में आया जब लोग आराम करने, रिटायरमेंट की प्लानिंग करने लग जाते हैं. ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार फाल्गुनी की नेट वर्थ बढ़कर 6.5 बिलियन डॉलर यानी करीब 49 हजार करोड़ रुपए हो गई है. 

9 सालों में 49 हजार करोड़ की मालकिन बन गई 

ब्यूटी प्रोडक्ट्स बनाने वाली कंपनी नायका की फाल्गुनी नायर सिर्फ 9 सालों में 49 हजार करोड़ रुपये की मालकिन बन गईं. यह बहुत दिलचस्प बात है कि 50 की उम्र में फाल्गुनी  ने ब्यूटी स्टार्टअप नायका की शुरुआत की और आज कंपनी की वैल्युएशन करीब 1 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गई और फाल्गुनी भारत की सबसे अमीर सेल्फ मेड महिला बन गई. फाल्गुनी के पास  कंपनी के आधे शेयर हैं. कंपनी में अब तक कटरीना और आलिया समेत 15 लोगों ने निवेश किया है. 
 
आईआईएम से मैनेजमेंट की पढ़ाई की
 
फाल्गुनी मुंबई में पैदा हुईं. उनके पिता बियरिंग का ​छोटे स्तर पर बिजनेस करते थे. मां घर संभालने के साथ ही पिता के व्यापार में मदद किया करती थीं. फाल्गुनी ने स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद अहमदाबाद स्थित इंडियन इस्टिट्यूट ऑफ मैनेजमेंट में दाखिला लिया. मैनेजमेंट की पढ़ाई पूरी करने के बाद कोटक महिंद्रा कैपिटल में नौकरी की. वहां उन्हें कंपनी के एक डिवीजन का मैनेजिंग डायरेक्टर बना दिया. 

2012 में शुरू हुआ था नायका का सफर

नायका फैशन की शुरूआत 2012 में हुई. वह बताती हैं कि उन्होंने जब कंपनी शुरू की तब उन्हें ब्यूटी इंडस्ट्री और ई-कॉमर्स इंडस्ट्री के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी. स्टार्टअप शुरू होने के पहले चार साल के भीतर ही उनके तीन चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर्स ने इस्तीफा दे दिया. वह बताती हैं ​कि शुरूआती दिनों में नायका के लिए ऑर्डर के लिए उन्हें काफी इंतजार करना पड़ता था. पहले वह खुद ही सारे ऑर्डर्स देखा करती थीं. फाल्गुनी नायर दोनों बच्चे नायका को आगे बढ़ाने में लगे हुए हैं. बेटी नायका फैशन की सीईओ हैं. वहीं बेटे अंचित नायर नायका डॉट कॉम के सीईओ हैं. अंचित नायका रिटेल और ऑफलाइन स्ट्रैटजी के प्रमुख हैं. 
  
भारत में ब्यूटी केयर का बाजार

भारत में 2019 में ब्यूटी और पर्सनल केयर का मार्केट एक लाख करोड़ का था. इसमें हर साल 12-14 फीसदी की बढ़ोतरी होती है. इसे ध्यान में रखकर नायका अपना कारोबार ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ही प्लेटफॉर्म पर बढ़ाना चाहती है. नायका के 55 लाख मंथली एक्टिव यूजर्स हैं जबकि 75 से ज्यादा स्टोर्स हैं. नायका पर 1200 से ज्यादा ब्रांड्स के 7 लाख से ज्यादा प्रोडक्ट्स मौजूद हैं. नायका पहले सिर्फ दूसरे ब्रांड्स को फीचर करती थी अब अपने ब्रांड्स के प्रोडक्ट भी लॉन्च कर रही है. फाल्गुनी का कहना है कि हम डिस्काउंट वाली फैशन वेबसाइट नहीं बल्कि स्टाइलिश क्यूरेटेड फैशन का प्लेटफॉर्म बनना चाहते हैं.

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