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Independence Day 2022: 1969 में स्थापित ISRO ने कैसे देश को बना दिया अंतरिक्ष की महाशक्ति?

साल 1969 से ही इसरो ने अंतरिक्ष में देश की तस्वीर बदल दी है. भारत ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में खुद को लगातार स्थापित किया है. भारत की उन्नत क्षमता की वजह से दुनियाभर के अंतरिक्ष वैज्ञानिक भारत की ओर आकर्षित हो रहे हैं.

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Independence Day 2022: 1969 में स्थापित ISRO ने कैसे देश को बना दिया अंतरिक्ष की महाशक्ति?

ISRO के हर कदम से बदल जाती है देश की तस्वीर.

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डीएनए हिंदी: भारत अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव (Azadi Ka Amrit Mahotsav) मना रहा है. स्वाधीनता के बाद देश ने अलग-अलग क्षेत्रों में नई ऊंचाइयों को हासिल किया है. साल 1969 में भारत ने एक नई दिशा में कदम बढ़ाया. यह कदम विज्ञान और अंतरिक्ष की दुनिया का अनोखा पड़ाव बना. इसी साल इंडियन रिसर्च स्पेस ऑर्गेनाइजेशन (ISRO) का गठन हुआ. इस संस्थान को वैश्विक पहचान सात साल बाद मिली तब से आज तक अनगिनत उपलब्धियां यह संस्था हासिल कर चुकी है, जिस पर देश को गर्व है.

इसी साल भारत में भाषा के आधार पर एक नए राज्य तमिलनाडु का गठन हुआ. पहले इसका नाम मद्रास था. इसी साल रेलवे के विकास में एक नयी और ऐतिहासिक कड़ी जुड़ी. सबसे तेज़ चलने वाली रेलगाड़ी भारतीय रेल को मिली. 

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3 मार्च 1969 को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाली यह ट्रेन ने दिल्ली से हावड़ा के लिए रवाना हुई. यह ट्रेन महज 18 घंटे में अपना सफर पूरा कर लेती थी. सुरक्षा के क्षेत्र में थल सेना , वायु सेना, नौसेना के साथ एक नई कड़ी जुडी और भारत में CISF का गठन हुआ. यह बड़े-बड़े उद्योगों के साथ एयरपोर्ट और मेट्रो  स्टेशनों को अपनी सेवाएं देता था.

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जानिए 1970 में भारत में बदलाव की कहानी

भारत में श्वेत क्रांति की लहर इसी साल शुरू हुई. ऑपरेशन फ्लड की वजह से देश में अमूल की नींव पड़ी. भारत देखते ही देखते दुग्ध उत्पादन में दुनिया का नंबर 1 देश बन गया. ऑपरेशन फ्लड को श्वेत क्रांति के नाम से भी जाना जाता है. इसी साल लोगों के लिए दूध का उत्पादन करना, आमदनी बढ़ने का जरिया बना. इसी साल बजाज आटो ने अपना इकलौता  टू-व्हीलर बनाकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया. देश में महाराष्ट्र पॉल्युशन कंट्रोल बोर्ड की स्थापना भी इसी साल हुई. 1970 में हुए चुनावों में कम्युनिस्ट पार्टी ने कांग्रेस की मदद से केरल में सरकार बनाई.

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दुग्ध क्रांति की लहर.

1971 में कितना बदला देश?

1971 की लड़ाई के बाद बंगलादेश का जन्म हुआ. महज 14 दिन चली इस लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान के दो टुकड़े कर दिए. इसी साल भारत ने पाकिस्तान के 90 हजार से भी ज्यादा सैनिकों को हथियार डालने पर मजबूर कर दिया. इस लड़ाई में भारत ने पाकिस्तान के 45 पैटन टैंकों को तबाह कर दिया था. ये टैंक अमेरिका से मिले थे. भारतीय सेना के सामने इन टैंको की एक न चल सकी.  

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रेगिस्तान.

इसी साल भारत ने  इंग्लैंड के ओवल मैदान में इंग्लैंड को टेस्ट मैच की सीरीज में हरा कर इतिहास रच दिया था. इंग्लैंड के मैदान में इंग्लैंड की टीम को हराना किसी करिश्मे से कम नहीं था. इसी साल भारत में हुए लोकसभा चुनावों में इंदिरा गांधी ने 520 सीटों में से 352 सीटों पर अपना कब्जा जमा लिया. भारत के चुनावी इतिहास में ये जीत बहुत बड़ी मानी जाती है.

 
1972 में कितना बदला देश, क्या-क्या हुआ?

साल 1972 में ऐतिहासिक शिमला समझौता हुआ था. 1971 युद्ध के बाद 1972 में शिमला में भारत और पाकिस्तान के बीच 28 जून से 1 जुलाई तक कई दौर की वार्ता हुई. जुलाई 1972 को दोनों देशों के बीच एक  समझौता हुआ.  

2-3 जुलाई 1972 की आधी रात को यह समझौता हुआ. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के राष्ट्रपति जुल्फिकार अली भुट्टो के बीच 2 जुलाई को बातचीत हुई. इसी समय भारत-पाकिस्तान के बीच एक समझौते के दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए गए.

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बंटवारे के बाद मिली आजादी की खुशी दंगों और सांप्रदायिक हिंसा बढ़  गई. 15 अगस्त की तारीख भारतीय डाक सेवा के इतिहास में एक खास वजह दर्ज है. दरअसल 15 अगस्त 1972 में पोस्टल इंडेक्स नंबर (Postal Index Number)  पिन कोड लागू किया गया था. हर इलाके के लिए अलग पिन कोड होने से डाक की आवाजाही में आसानी होने लगी.

साल 1973 में भारत में हुए बदलाव की कहानी?

साल 1973 के आंदोलन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री को हिलाकर रख दिया था. गांव के लोग जंगलों को बचाने के लिए उतर आए थे. उनमें अलग जज्बा और जुनून देखने को मिल रहा था. यह आंदोलन चिपको आंदोलन के नाम से प्रसिद्ध हुआ था. यह आंदोलन 26 मार्च 1973 को हुआ था इस आंदोलन में किसान से लेकर महिलाओं अहम भूमिका निभाई.

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जब भी कोई पेड़ों को काटने आता था तो आंदोलनकारी पेड़ों से चिपक जाते थे. साल 1973 में बाघों की घटती संख्या को देखते हुए 1 अप्रैल को प्रोजेक्ट टाइगर लॉन्च किया गया. प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी पहले डायरेक्टर के रूप में कैलाश सांखला को चुना था और 2018 के सर्वे के मुताबिक देश में 2967 बाघ हैं. इसी साल देश के पहले सैटेलाइट आर्यभट्ट को अंतरिक्ष में भेजा गया था.

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