Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

James Webb टेलीस्कोप का कमाल, सौरमंडल से बाहर के ग्रह पर भी खोज निकाला कार्बन डाई ऑक्साइड

James Webb Telescope: अंतरिक्ष विज्ञान में हर दिन कुछ न कुछ नया खोज रहा जेम्स वेब टेलीस्कोप एक बार फिर से चर्चा में आ गया है. इस बार इस टेलीस्कोप ने सौरमंडल के बाहर के एक ग्रह पर कार्बन डाई ऑक्साइड का पता लगाया है.

James Webb टेलीस्कोप का कमाल, सौरमंडल से बाहर के ग्रह पर भी खोज निकाला कार्बन डाई ऑक्स�ाइड

लगातार कमाल कर रहा है जेम्स वेब टेलीस्कोप

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: James Webb टेलीस्कोप ने जब से काम करना शुरू किया तब से लगातार नई-नई चीजें सामने आ रही हैं. पृथ्वी से लगभग 15 लाख किलोमीटर की दूरी पर स्थापित इस टेलीस्कोप ने अब हमारे सोलर सिस्टम से बाहर भी एक खोज कर डाली है. अपनी जूमिंग क्षमता की बदौलत जेम्स वेब ने WASP-39 b नाम के एक ग्रह पर कार्बन डाई ऑक्साइड का पता लगाया है. ऐसा पहली बार हुआ है कि हमारे सौरमंडल से बाहर के किसी ग्रह पर CO2 का पता लगाया गया हो.

WASP-39 b नाम का यह ग्रह पृथ्वी से 700 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है. इस ग्रह पर कार्बन डाई ऑक्साइड का पता चलने के बाद हमारे सौरमंडल से बाहर की संरचनाओं के बारे में अनुमान लगाया जा सकता है कि वे किन चीजों से मिलकर बनी हैं. पृथ्वी से इतर दूसरे ग्रहों पर जीवन की संभावनाओं या पहले से इंसान जैसे जीवों की मौजूदगी का पता लगाने में जुटे NASA ने अभी तक इस तरह के लगभग 5,000 ग्रहों की लिस्ट बना डाली है.

यह भी पढ़ें- Tibet के पठार पर एक शहर जितना बड़ा टेलीस्कोप बना रहा है चीन, सूरज पर नज़र रखने की तैयारी

हर दिन कमाल कर रहा है James Webb
इन सभी खोजों को जर्नल 'नेचर' में प्रकाशित किया जाएगा. अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि किसी भी ग्रह के वातारण को समझना बेहद अहम है क्योंकि इससे हमें उसकी उपत्ति और उसके विकास के बारे में जानकारी मिलती है. वैज्ञानिकों ने James Webb के इन्फ्रारेड स्पेक्टोग्राफ (NIRSpec) का इस्तेमाल किया और एक पहाड़ जैसी संरचना देखी. इसी से य भा पता चला कि इस ग्रह पर कार्बन डाई ऑक्साइड मौजूद है. इससे पहले Hubble टेलीस्कोप का इस्तेमाल करके पता लगाया गया था कि इस ग्रह पर पानी की बूंदें, सोडियम और पोटैशियम जैसी चीजें भी मौजूद हैं.

यह भी पढ़ें- सोशल मीडिया पर वायरल हुआ 'Zombie कीड़ा', भयानक वीडियो देख डर से सहमे यूजर्स

WASP-39 b गर्म गैस से भरा एक ग्रह है जिसका आकार बृहस्पति ग्रह के एक चौथाई के बराबर है. इसका तापमान लगभग 900 डिग्री सेल्सियस के आसपास है. यह ग्रह अपने तारे के बिल्कुल पास चक्कर लगाता है. इसकी खोज सबसे पहली बार 2011 में की गई थी.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement