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Ambergris: यूपी में पकड़ी गई 10 करोड़ रुपये की एम्बरग्रीस, क्यों इतनी महंगी होती है व्हेल की उल्टी?

लखनऊ में UP STF ने व्हेल की उल्टी की तस्करी करने वाले गिरोह के 4 सदस्यों को गिरफ्तार किया है. इसकी कीमत 10 करोड़ रुपये बताई जा रही है.

Ambergris: यूपी में पकड़ी गई 10 करोड़ रुपये की एम्बरग्रीस, क्यों इतनी महंगी होती है व्हेल की उल्टी?

व्हेल की उल्टी.

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डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और राज्य के वन विभाग ने 10 करोड़ रुपये मूल्य के एम्बरग्रीस जब्त किया है. इसे व्हेल की उल्टी भी कहते हैं. यह व्हेल की आंत से निकलने वाला एक ठोस पदार्थ होता है.  जब्त किया है और इस संबंध में चार लोगों को गिरफ्तार किया है. एम्बरग्रीस को फ्लोटिंग गोल्ड या तैरता सोना भी कहते हैं. व्हेल की उल्टी (Whale Vomit) की कीमत करोड़ों मे होती है. सोने और हीरे जैसी धातुएं भी इसकी बराबरी नहीं कर पाती हैं. 

STF ने तस्करों को ऑपरेशन चलाकर गिरफ्तार किया है. स्पेशल टास्क फोर्स के जवान तस्करों के पास ग्राहक बनकर पहुंचे थे और आरोपियों से उनके दरवाजे पर सामान पहुंचाने की रिक्वेस्ट की. जैसे ही वे पहुंचे, उन्हें धर दबोचा गया. एसटीएफ के मुताबिक फिरोज अहमद, दानिश अख्तर, अवनीश खरवार और अभय खरवार को जनेश्वर मिश्रा पार्क से गिरफ्तार किया गया है. सभी एम्बरग्रीस की तस्करी में शामिल थे. एम्बरग्रीस साल 1972 के वन्यजीव अधिनियम के तहत प्रतिबंधित है.

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क्या है इंटरनेशनल मार्केट में एम्बरग्रीस की कीमत?

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में 1 किलो एम्बरग्रीस की कीमत 2 करोड़ रुपये है. आरोपियों के पास 4.2 किलो ग्राम का एम्बरग्रीस पाई गई है. एम्बरग्रीस पुराने फ्रांसीसी शब्द एम्बर और ग्रिस से लिया गया है, जिसका अर्थ है ग्रे एम्बर, हालांकि इसे आमतौर पर व्हेल वोमिट के रूप में जाना जाता है. एम्बरग्रीस मृत शुक्राणु व्हेल के पेट में पाया जा सकता है.

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क्यों महंगी होती है व्हेल की उल्टी?

Amberghis व्हेल की आंतों में ही बनने वाला एक मोम जैसा पदार्थ है. इसका इस्तेमाल सौंदर्य प्रसाधन और दवाओं में किया जाता है. विशेषज्ञ इसे मछली का मल बताते हैं. वैज्ञानिकों का कहना है कि समुद्र में कुछ ऐसे पदार्थ होते हैं जिन्हें व्हेल निगल तो लेती है लेकिन पचा नहीं पाती है. ऐसे में उसे व्हेल उगल देती है. इसे ही एम्बरग्रीस कहते हैं. यह स्लेटी रंग का मोम जैसा पदार्थ है. इसे फर्मा कंपनियां भी खरीदती हैं. इसका इस्तेमाल सेक्स से संबंधित बीमारियों के इलाज में भी किया जाता है. इसका इस्तेमाल इत्र बनाने में भी प्रचीन काल से होता रहा है. दुर्लभ और बेहद उपयोगी होने की वजह से इसे महंगे दामों में लोग खरीदते हैं.

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