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Sexual Problem में डॉक्टर की सलाह के बिना ना लें Viagra, जानें इस नीली गोली की पूरी कहानी

बिना डॉक्टर की सलाह के सेक्स संबंधी समस्या को दूर करने के लिए वियाग्रा का सेवन खतरनाक साबित हो सकता है. पढ़ें वियाग्रा की पूरी कहानी-

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डीएनए हिंदी: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज की घटना है. यहां एक व्यक्ति की तीन महीने पहले शादी हुई थी. सेक्स संबंधी समस्या से जूझते हुए उसने दोस्तों की सलाह पर वियाग्रा (Viagra) की ओवरडोज ले ली. इसकी वजह से उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. इतने पर ही परेशानी दूर नहीं हुई. उसकी सर्जरी करने तक की नौबत आ गई. उसके बाद भी समस्या पूरी तरह हल नहीं हुई है. रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्जरी के बावजूद भी स्थिति यह है कि उस शख्स की पेनिस में हमेशा तनाव बना रहेगा. इस समस्या से उसे जीवन भर जूझना होगा. 

अब सवाल ये है कि वियाग्रा के बारे में लोग क्या जानते हैं? बिना डॉक्टर की सलाह के इसकी ओवरडोज क्यों ले ली गई? ओवरडोज लेने के बाद शरीर पर क्या असर हो सकता है? किन बातों का ध्यान रखना चाहिए? 

क्या है वियाग्रा
वियाग्रा का असली नाम सिल्डेनाफिल साइट्रेट है.यह नीले रंग की डायमंड के आकार की एक गोली है. जीडी गोयनका यूनिवर्सिटी में स्कूल ऑफ हेल्थ एंड साइंस के एचओडी डॉ. प्रणव प्रकाश बताते हैं कि वियाग्रा के इस्तेमाल से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ाने में मदद मिलती है. इससे इरेक्टाइल डिस्फंक्शन के इलाज और सेक्स के दौरान क्षमता बढ़ाने में मदद मिलती है. हालांकि यह हर सेक्स समस्या का समाधान नहीं है, इसलिए वियाग्रा के इस्तेमाल से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.

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कैसे हुई खोज
दिलचस्प बात ये है कि इसकी खोज इत्तेफाकन हुई. 90 के दशक में अमेरिकी कंपनी फाइजर हाई ब्लड प्रेशर और हृदय संबंधी एक समस्या एंजाइना के इलाज के लिए एक दवा पर एक्सपेरीमेंट कर रही थी. जिन पुरुषों पर इस समस्या को लेकर एक्सपेरीमेंट किया गया उन्होंने इरेक्टाइल डिसफंक्शन की शिकायत की. इसके बाद शोधकर्ताओं ने इसे लेकर दोबारा स्टडी शुरू की. इसके बाद यह पुरुषों को इरेक्टाइल डिसफंक्शन जैसी समस्या से निजात दिलाने वाली दवा के रूप में सामने आई. 

वियाग्रा

1998 में मिली मान्यता
27 मार्च 1998 को यूएस फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन एजेंसी (एफडीए) ने इसके इस्तेमाल को हरी झंडी दिखाई. इसके बाद कुछ ही समय में यह दवा दुनिया भर में ऐसी मशहूर हुई कि रातोंरात इसकी मांग भी दोगुनी औऱ तिगुनी हो गई. 

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ओवरडोज का असर
डॉ.प्रणव प्रकाश कहते हैं, 'वियाग्रा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें. कार्डियोवास्कुलर सिस्टम यानी हृदयवाहिनी पर इसका बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है. ऐसे में हृदय रोगियों को इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. गलती से यदि बच्चों द्वारा इसका सेवन कर लिया जाए तो यह जहर भी साबित हो सकती है.'

हाल की घटना को लेकर डॉ. प्रणव कहते हैं, 'अशिक्षित लोगों में बिना डॉक्टर की सलाह के इसका इस्तेमाल काफी आम समस्या है. इंटरनेट और पोर्नोग्राफी ने इसे लेकर कई तरह के मिथ भी फैला दिए हैं. नवविवाहित पुरुष अक्सर तनाव और डर की वजह से इसका इस्तेमाल कर लेते हैं, जबकि बिना डॉक्टर की सलाह के इसका सेवन नहीं किया जाना चाहिए. कई बार सेक्स संबंधी समस्या उतनी जटिल नहीं होती, जितनी लोगों को लगती है. ऐसी स्थिति में सिर्फ डॉक्टर ही यह बता सकता है कि आपको वियाग्रा जैसी दवा की जरूरत है या नहीं. सलाह लेकर ही सेवन करें.'

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