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ISRO ने 23 सालों में कितनी विदेशी सैटेलाइट लॉन्च की? सरकार ने बताया

जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 1999 से अब तब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने वाणिज्यिक अंग के माध्यम से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) द्वारा 34 देशों के 345 विदेशी उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है.

ISRO ने 23 सालों में कितनी विदेशी सैटेलाइट लॉन्च की? सरकार ने बताया

प्रतीकात्मक तस्वीर

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डीएनए हिंदी: सरकार ने बुधवार को बताया कि वर्ष 1999 से अब तब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपनी वाणिज्यिक शाखा के माध्यम से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) द्वारा 34 देशों के 345 विदेशी उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है. लोकसभा में गुमान सिंह डामोर के प्रश्न के लिखित उत्तर में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री डॉ. जितेन्द्र सिंह ने यह जानकारी दी.

लोकसभा सांसद गुमान सिंह डामोर ने पूछा था कि अंतरिक्ष मिशन के अंतर्गत पिछले तीन वर्षों में कितने उपग्रह प्रक्षेपित किए गए. उन्होंने यह भी पूछा था कि कितने विदेशी उपग्रह प्रक्षेपित किए गए. जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 2019 से अब तक ISRO ने संचार, पृथ्वी के निरीक्षण आदि विविध कार्यों के लिए 13 भारतीय उपग्रह प्रक्षेपित किए जिनमें से एक उपग्रह ई ओ एस-03 का प्रक्षेपण असफल रहा.

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उन्होंने बताया कि पृथ्वी अवलोकन उपग्रह (ई ओ एस-03) सहित जीएसएलवी-एफ10 को 12 अगस्त 2021 को प्रक्षेपित किया गया था. जीएसएलवी-एफ10 प्रक्षेपक यान की विफलता के कारण मिशन पूरा नहीं हो सका. उन्होंने बताया कि क्रायोजेनिक के ऊपरी चरण में आई खराबी विफलता का कारण बनी जिससे उड़ान के 307 सैकंड बाद मिशन विफल हो गया.

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जितेंद्र सिंह ने बताया कि वर्ष 1999 से अब तब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने अपने वाणिज्यिक अंग के माध्यम से ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (पीएसएलवी) द्वारा 34 देशों के 345 विदेशी उपग्रहों का सफलतापूर्वक प्रक्षेपण किया है. उन्होंने बताया कि इन विदेशी उपग्रहों के प्रक्षेपण के माध्यम से अर्जित विदेशी मुद्रा 5.6 करोड़ डॉलर और 22 करोड़ यूरो है. मंत्री ने बताया कि न्यू स्पेस इंडिया लिमिटेड, अंतरिक्ष विभाग (डीएसओ) के अंतर्गत एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र की उद्यम इकाई है जो अंतरराष्ट्रीय ग्राहकों को वाणिज्यिक आधार पर अंतरिक्ष संबंधी सेवाएं प्रदान करती रहेगी.

इनपुट- भाषा

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