Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Guru Pradosh Vrat 2023: आज है गुरु प्रदोष व्रत, जानें महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

Pradosh Vrat 2023: हर माह की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए महत्व दिया जाता है. आज प्रदोष व्रत रखा जा रहा है.

Guru Pradosh Vrat 2023: आज है गुरु प्रदोष व्रत, जानें महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त

गुरु प्रदोष व्रत 2023

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: हिंदू धर्म में प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) का विशेष महत्व होता है. प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) पर भगवान शिव और मां पार्वती की पूजा की जाती है. मान्यता है कि इस दिन शिव-पार्वती की पूजा करने से उनकी विशेष कृपा प्राप्त होती है. पंचाग के अनुसार, हर माह की त्रयोदशी तिथि को भगवान शिव की पूजा-अर्चना के लिए महत्व दिया जाता है.

त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) रखा जाता है. फरवरी माह में पहला प्रदोष व्रत (Pradosh Vrat 2023) 2 फरवरी यानी आज रखा जाएगा. 2 फरवरी को गुरुवार का दिन पड़ पड़ रहा है इसलिए यह गुरु प्रदोश व्रत (Guru Pradosh Vrat 2023) होगा. प्रदोष व्रत पर पूजा-पाठ करने से सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है. आपको हम गुरु प्रदोष व्रत (Guru Pradosh Vrat 2023)  के शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और महत्व के बारे में बताते हैं.

गुरु प्रदोष व्रत 2023 शुभ मुहूर्त (Guru Pradosh Vrat 2023 Shubh Muhurat)
पंचांग के अनुसार, माघ की शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी तिथि 2 फरवरी को है. इसी दिन गुरु प्रदोष व्रत रखा जाएगा. गुरु प्रदोष व्रत की शुरूआत 2 फरवरी को शाम 4 बजकर 25 मिनट से होगी और 3 फरवरी की शाम 6 बजकर 58 मिनट तक रहेगी. गुरु प्रदोष व्रत पर पूजा का शुभ मुहूर्त केवल 2 घंटे के करीब ही होगा. शुभ मुहूर्त की शुरूआत शाम 6 बजकर 02 मिनट पर होगी और रात 8 बजकर 37 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा. 

यह भी पढ़ें - Ujjain के Mahakal Mandir में महाशिवरात्रि से पहले मनेगी " शिव नवरात्रि", बदलेगा मंदिर के भोग-आरती का समय भी

गुरु प्रदोष व्रत 2023 पूजा विधि (Pradosh Vrat 2023 Puja Vidhi)
- प्रदोष व्रत पर सुबह स्नान आदि से निवृत होने के बाद साफ वस्त्र धारण कर भगवान शिव के समक्ष दीपक जलाकर व्रत का संकल्प लेना चाहिए.
- भगवान शिव की पूजा करें और शिवलिंग पर गाय का दूध, दही, घी और शहद गंगाजल से अभिषेक करें. 
- शिवलिंग पर श्वेत चंदन बेलपत्र, पुष्प, भांग आदि चीजों को अर्पित करें. इससे भगवान शिव प्रसन्न होंगे और उनका आशीर्वाद प्राप्त होगा. 
- शिव जी का अभिषेक करें और इस मंत्र का 108 बार जाप करें. "ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् । उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्।।" 

यह भी पढ़ें - Black Thread: कमजोर स्थिति में है राहु-केतु तो पैर में बांधे काला धागा, जान लें इसे बांधने के नियम

गुरु प्रदोष व्रत महत्व (Pradosh Vrat 2023 Significance)
गुरु प्रदोष व्रत का पुराणों में बहुत ही अधिक महत्व बताया गया है. पुराणों के अनुसार एक प्रदोष व्रत करने से दो गाय दान करने का पुण्य मिलता है. गुरु प्रदोष का व्रत भगवान शिव को समर्पित है इसलिए इस दिन शिव कृपा से रोग, ग्रह दोष, कष्ट, पाप आदि से मुक्ति मिलती है. शिव पूजा से जीवन में सुख-समृद्धि मिलती है.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement