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Lohri 2023: क्यों जलाई जाती है लोहड़ी पर आग? जानिए क्या है इस अग्नि पूजा का रहस्य

Lohri 2023 Fire Significance: लोहड़ी के दिन रात्रि में आग जलाई जाती है और इस आग में तिल, गुड़, मूंगफली, रेवड़ी, गजक आदि अर्पित किया जाता है. 

Lohri 2023: क्यों जलाई जाती है लोहड़ी पर आग? जानिए क्या है इस अग्नि पूजा का रहस्य

क्यों जलाई जाती है लोहड़ी पर आग? 

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डीएनए हिंदीः Lohri 2023 Fire Significance: हर साल पौष माह के अंतिम दिन पर मनाया जाने वाला पर्व लोहड़ी किसानों के लिए खास महत्व रखता है. क्योंकि इस दौरान खेतों की फसल लहलहाने लगती है (Lohri Festival 2023). इस दिन रात में आग जलाई जाती है और इसे ही लोहड़ी कहा जाता है (Lohri 2023). इस अग्नि को पवित्र व शुभता का प्रतीक माना जाता है. आग जलाने के बाद इस अग्नि में तिल, गुड़, मूंगफली, रेवड़ी, गजक आदि अर्पित किया जाता है. ऐसे में आपके मन मे ये सवाल उठ रहा होगा कि आखिर लोहड़ी (Lohri Fire Worship) पर ही आग क्यों जलाया जाता है? तो चलिए जानते हैं लोहड़ी के दिन आग जालने के पीछे की वजह क्या है और यह कितना महत्व रखता है. 

क्यों जलाते हैं लोहड़ी पर आग?

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, लोहड़ी की आग की परंपरा माता सती से जुड़ी हुई है. कहा जाता है कि जब राजा दक्ष ने महायज्ञ का अनुष्ठान किया था, तब उन्होंने सभी देवताओं को बुलाया लेकिन शिवजी और सती को आमंत्रित नहीं किया. ऐसे में माता सती को जब यह बात पता चली तो वह  महायज्ञ में पहुंचीं लेकिन उनके पिता दक्ष ने भगवान शिव की बहुत निंदा की. इससे आहत होकर देवी सती ने अग्नि कुंड में अपना देह त्याग दिया. इसलिए माना जाता है कि यह अग्नि मां सती के त्याग को समर्पित है. 

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ऐसे में लोहड़ी के दिन परिवार के सभी लोग अग्नि की पूजा कर परिक्रमा करते हैं और अग्नि में तिल, रेवड़ी, गुड़ आदि अर्पित कर प्रसाद के रूप में बांटते हैं. इस तरह लोहड़ी का पर्व धूम धाम से मनाया जाता है.

क्या है लोहड़ी के आग का महत्व

लोहड़ी के दिन रात में एक स्थान पर आग जलाई जाती है. जहां आस-पास के सभी लोग आग के इर्द-गिर्द इकट्ठा होते हैं और साथ मिलकर अग्निदेव को तिल, गुड़ आदि से बनी मिठाइयां अर्पित करते हैं. कहा जाता है ऐसा करने से जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है. इस दौरान लोग अग्निदेव की परिक्रमा कर सुख-शांति व सौभाग्य की कामना करते हैं. इसके अलावा अग्नि में नई फसलों को समर्पित कर ईश्वर को धन्यवाद अर्पित किया जाता है और भविष्य में उत्तम फसल के लिए प्रार्थना किया जाता है.

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(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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