Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Paush Purnima 2023: पूर्णिमा पर जानें सूर्य-चंद्रमा पूजा का खास महत्व, ऐसे पूजा करने से धुल जाएंगे सारे पाप

Paush Purnima 2023: पूर्णिमा की रात को महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है. इस दिन स्नान और दान का भी बहुत महत्व होता है.

Paush Purnima 2023: पूर्णिमा पर जानें सूर्य-चंद्रमा पूजा का खास महत्व, ऐसे पूजा करने से धुल जाएंगे सारे पाप

प्रतीकात्मक तस्वीर 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: पौष पूर्णिमा (Paush Purnima 2023) आज यानी 6 जनवरी 2023 को मनाई जा रही है. पौष माह की पूर्णिमा को शाकंभरी पूर्णिमा (Shakambhari Purnima) भी कहा जाता है. सभी पूर्णिमा में से पौष पूर्णिमा का विशेष महत्व होता है. इस दिन लोग व्रत करते हैं और पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) की रात को महालक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए पूजा की जाती है. पौष पूर्णिमा (Paush Purnima) पर स्नान और दान का भी बहुत महत्व होता है. पौष पूर्मिणा का महत्व इस साल और भी ज्यादा बढ़ गया है. पौष पूर्णिमा पर सूर्य और चंद्रमा की पूजा का विशेष संयोग में होती है. पौष पूर्णिमा के दिन ही माघ मेले का पहला स्नान किया जाता है. 

सूर्य और चंद्रमा की पूजा का संयोग (Surya Chandra Puja)
पौष पूर्णिमा पर सूर्य और चंद्रमा का बहुत ही दुर्लभ संयोग बनता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि पौष माह सूर्य को समर्पित होता है और पूर्णिमा तिथि के स्वामी चंद्रमा होते हैं. इस दिन सूर्योदय से पहले जल चढाकर पूजा शुरू की जाती है. रात को चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है. स्नान और दान करने से सभी पाप और कष्ट दूर हो जाते हैं. 

सूर्य पूजा (Surya Puja)
पौष पूर्णिमा पर सूर्य को तांबे के लोटे में जल, कुमकुम और चावल और लाल फूल डालकर अर्घ्य देना चाहिए. पौष पूर्णिमा पर सूर्य को जल चढ़ाने और पूजा करने से पूरे महीने की पूजा का फल मिलता है. सूर्य देव की पूजा से दीर्घायू प्राप्त होती है और बीमारियों से छुटकारा मिलता है. 

सूर्य पूजा समय - पौष पूर्णिमा पर सुबह 6 बजकर 56 मिनट से सुबह 7 बजकर 17 मिनट पूजा का समय है. 

चंद्रमा पूजा (Chandrama Puja)
पौष पूर्णिमा पर आपको रात के समय चंद्रमा की रोशनी में बैठकर ''ऊँ सोमाय नमः'' मंत्र का 21 बार जाप करना चाहिए. मंत्र जाप के बाद चंद्रमा को अर्घ्य दें इससे आपके चंद्र संबंधित दोष दूर होंगे. मानसिक तनाव भी दूर होते हैं. 

चंद्रमा पूजा समय - शाम 4 बजकर 32  पर चंद्रमा की पूजा से उत्तम फल की प्राप्ति होगी. 

यह भी पढ़ें - Ketu Bad Effects: नए साल में केतु का होगा बुरा प्रभाव, शुरू कर दें आज से ही ये उपाय

 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement