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Bank Deposit इंश्योरेंस प्रोग्राम में क्या है, PM Narendra Modi के स्पीच की 10 बड़ी बातें? पढ़ें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि आज कोई भी बैंक अगर संकट में आता है तो डिपॉजिटर्स को 5 लाख रुपये तक की मदद जरूर मिलती है.

Bank Deposit इंश्योरेंस प्रोग्राम में क्या है, PM Narendra Modi के स्पीच की 10 बड़ी बातें? पढ़ें

PM Narendra Modi (Photo Credit @BJP/twitter)

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डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने  रविवार को दिल्ली (Delhi) के विज्ञान भवन में 'डिपॉजिटर्स फर्स्ट गारंटीड टाइम-बाउंड डिपॉजिट इंश्योरेंस पेमेंट अप टू फाइव लाख' (Depositors First programme) प्रोग्राम को संबोधित किया. पीएम मोदी ने जमा राशि बीमा और वाणिज्यिक बैंकों के संबंध में कुछ महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की हैं.

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश के लिए, बैंकिंग सेक्टर के लिए और देश के करोड़ों अकाउंट होल्डर के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण दिन है. आज के आयोजन का जो नाम दिया गया है उसमें 'डिपॉजिटर्स फर्स्ट: जमाकर्ता सबसे पहले' की भावना को सबसे पहले रखना इसे और सटीक बना रहा है.

पीएम मोदी ने कहा कि बीते कुछ दिनों में 1 लाख से ज्यादा निवेशकों का फंसा पैसा उनके खातों में जमा हो गया है. ये राशि करीब 1300 करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. आज इस कार्यक्रम में और इसके बाद भी 3 लाख ऐसे और डिपॉजिटर्स का पैसा उनके खातों में जमा होने वाला है.

Bank Deposit इंश्योरेंस प्रोग्राम में क्या है PM Narendra Modi के स्पीच की 10 बड़ी बातें? पढ़ें

प्रधानमंत्री Narendra Modi के भाषण 10 प्रमुख बातें-

1. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोई भी देश समस्याओं का समय पर समाधान करके उन्हें विकराल होने से बचा सकता है लेकिन वर्षों तक हमारे यहां ये प्रवृत्ति रही कि 'समस्या है, इसे टाल दो.' आज का नया भारत समस्या के समाधान पर जोर लगाता है, समस्या को टालता नहीं है. पहले लोगों को किसी बैंक में फंसा अपना ही पैसा वापस लेने में वर्षों लग जाते थे. हमारे निम्न मध्यम वर्ग, मध्यम वर्ग और गरीबों ने इस समस्या को झेला है. इस स्थिति को बदलने के लिए हमारी सरकार ने बहुत संवेदनशीलता के साथ बदलाव किए.

2. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे देश में बैंक डिपॉजिटर्स के लिए इंश्योरेंस की व्यवस्था 60 के दशक में बनाई गई थी. पहले बैंक में जमा रकम सिर्फ 50,000 रुपये तक की राशि पर ही गारंटी थी फिर इसे बढ़ाकर 1 लाख रुपये का दिया गया था. हमने इस राशि को एक लाख से बढ़ाकर 5 लाख रुपये कर दिया है.

3. पीएम ने कहा कि आज कोई भी बैंक अगर संकट में आता है तो डिपॉजिटर्स को 5 लाख रुपये तक तो मदद जरूर मिलेगी. इससे करीब 98 फीसदी लोगों के खाते पूरी तरह से कवर हो चुके हैं. आज डिपॉजिटर्स के लगभग 76 लाख करोड़ रुपये पूरी तरह से सुरक्षित हैं. इतना व्यापक सुरक्षा कवच विकसित देशों में भी नहीं है.

4. प्रधानमंत्री ने कहा कि कानून में संशोधन करके एक और समस्या का समाधान करने की कोशिश की है. पहले जहां पैसा वापसी की कोई समय-सीमा नहीं थी अब हमारी सरकार ने इसे 90 दिन (3 महीने) के भीतर अनिवार्य किया है. बैंक डूबने की स्थिति में भी 90 दिन के भीतर जमाकर्ताओं को उनका पैसा वापस मिल जाएगा.

5. पीएम मोदी ने कहा कि हमें बैंक बचाने हैं तो डिपॉजिटर्स को सुरक्षा देनी ही होगी. हमने ये काम करके बैंकों को भी बचाया है और डिपॉजिटर्स को भी बचाया है. हमारे बैंक जमाकर्ताओं के साथ-साथ हमारी अर्थव्यवस्था के लिए भी भरोसे के प्रतीक हैं.

6. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि बीते वर्षों में अनेक छोटे सरकारी बैंकों को बड़े बैंकों के साथ मर्ज करके, उनकी क्षमता, सामर्थ्य और पारदर्शिता को मजबूत किया गया है. जब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) कोऑपरेटिव बैंकों की निगरानी करेगा तो उससे भी इनके प्रति सामान्य जमाकर्ता का भरोसा और बढ़ेगा.

7. पीएम मोदी ने कहा कि हमारे यहां समस्या सिर्फ बैंक अकाउंट की ही नहीं थी बल्कि दूर-सुदूर तक गांवों में बैंकिंग सेवाएं पहुंचाने की भी थी. आज देश के करीब-करीब हर गांव में 5 किलोमीटर के दायरे में बैंक ब्रांच या बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट की सुविधा पहुंच चुकी है.

8. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज भारत का सामान्य नागरिक कभी भी, कहीं भी, 7 दिन, 24 घंटे, छोटे से छोटा लेनदेन भी डिजिटल तौर पर कर पा रहा है. कुछ साल पहले तक इस बारे में सोचना तो दूर भारत के सामर्थ्य पर अविश्वास करने वाले लोग इसका मजाक उड़ाते फिरते थे. जब दुनिया के समर्थ देश भी अपने नागरिकों तक मदद पहुंचाने में संघर्ष कर रहे थे, तब भारत ने तेज गति से देश के करीब-करीब हर वर्ग तक सीधी मदद पहुंचाई.

9. पीएम मोदी ने कहा कि जन धन योजना के तहत खुले बैंक खातों में से आधे से अधिक खाते हमारी माताओं-बहनों के हैं. इन बैंक खातों का महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण पर जो असर हुआ है वो हमने हाल में आए नेशनल फैमली हेल्थ सर्वे में भी देखा है.

10. पीएम मोदी ने कहा कि आज समय की मांग है कि भारत का बैंकिग सेक्टर देश के लक्ष्यों को प्राप्त करने में पहले से ज्यादा सक्रियता से काम करे. आजादी के अमृत महोत्सव में हर बैंक ब्रांच, पिछले सभी रिकॉर्ड को पीछे छोड़कर उसे दोगुना तक करने का लक्ष्य लेकर चलें.

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