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हरियाणा में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं किसान? समझिए खट्टर सरकार से विवाद की वजह

Shahbad Highway Protest: हरियाणा में हो रहे किसान आंदोलन के बीच पुलिस ने जमकर बल प्रयोग किया और किसानों को हटाने की कोशिश की.

हरियाणा में सड़क पर उतरकर प्रदर्शन क्यों कर रहे हैं किसान? समझिए खट्टर सरकार से विवाद की वजह

Haryana Farmers Protest

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डीएनए हिंदी: हरियाणा के कुरुक्षेत्र में प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मंगलवार को जमकर लाठियां बरसीं. इसमें कई प्रदर्शनकारी घायल भी हुए हैं. इससे पहले प्रदर्शनकारी किसानों ने शाहबाद-लाडवा हाइवे को जाम कर दिया था. पुलिस ने बलपूर्वक इस रास्ते को खाली करवाने की कोशिश की लेकिन प्रदर्शनकारी अभी भी जमे हुए हैं. रिपोर्ट के मुताबिक, किसानों पर लाठीचार्ज के बाद आंदोलन को और तेज करने और बाकी के हाइवे को भी ब्लॉक करने की तैयारी की जा रही है. 

किसानों का कहना है कि वे अपनी जायज मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं और उन्हें मनवाकर ही मांनेंगे. आंदोलन की मुख्य मांग भावांतर की है. यानी किसान अपनी फसल के लिए जो रेट चाहते हैं, उन्हें मंडियों में वह रेट नहीं मिल पा रहा है. किसानों का कहना है कि इससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है. आइए इस मामले को विस्तार से समझते हैं...

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फसलों का कम रेट बना आंदोलन की वजह
मौजूदा समय में सूरजमुखी का MSP 6400 रुपये प्रति क्विंटल है. किसान चाहते हैं कि उनकी सूरजमुखी की फसल इतने ही दाम पर खरीदी जाए. दूसरी तरफ हरियाणा सरकार भावांतर भरपाई योजना के तहत फसल खरीद रही है. यानी हैफेड की ओर से किसानों को 4800 रुपये प्रति क्विंटल दिया जा रहा है. बाकी 1000 रुपये प्रति क्विंटल भावांतर भरपाई योजना के तहत दिए जा रहे हैं. इस तरह से किसानों का कहना है कि उन्हें प्रति क्विंटल कम से कम 1000 रुपये का नुकसान हो रहा है.

इसी मांग को लेकर भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी) गुट के किसान शाहबाद में दिल्ली-अमृतसर हाइवे को जाम करके बैठ गए थे. हाइवे जाम करने का मामला हाई कोर्ट गया तो हाई कोर्ट ने कहा कि यह रास्ता एक लाइफलाइन की तरह है तो इसे जाम नहीं किया जा सकता. इसके बाद हरियाणा पुलिस ने मंगलवार शाम को जमकर बल प्रयोग किया और किसानों को हटा दिया. इसके साथ ही गुरनाम सिंह चढ़ूनी समेत दर्जनों किसान नेताओं को पुलिस हिरासत में ले लिया गया.

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आंदोलन तेज करेंगे किसान
अब किसान नेता राकेश टिकैट बी आज शाहबाद पहुंचने वाले हैं. किसानों ने बाकी के हाइवे को भी जाम करने का आह्वान किया है. ऐसे में यह मामला और भी बढ़ता जा रहा है. सोशल मीडिया पर सामने आई कई तस्वीरों और वीडियो में देखा गया कि पुलिस के लाठीचार्ज में कई किसान घायल हुए हैं.

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