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Russia Ukraine War: कौन हैं पुतिन के बिहारी विधायक Abhay Pratap Singh? यूक्रेन के साथ रूस के युद्ध को बताया जायज

मूल रूस से पटना के पहने वाले अभय प्रताप सिंह 30 साल पहले मेडिसिन की पढ़ाई के लिए रूस गए थे.

Russia Ukraine War: कौन हैं पुतिन के बिहारी विधायक Abhay Pratap Singh? यूक्रेन के साथ रूस के युद्ध को बताया जायज

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डीएनए हिंदीः यूक्रेन पर रूस के हमले (Russia Ukraine War) की दुनिया के कई देश निंदा कर रहे हैं. इस हमले में कई आम नागरिकों की अब तक मौत हो चुकी है. यूक्रेन के खारकीव में हुए हमले में मंगलवार को एक भारतीय छात्र नवीन की भी मौत हो गई. ऐसे में रूस पर लगातार उठ रहे सवालों के बीच भारतीय मूल के रूस में राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) की पार्टी के विधायक डॉ. अभय सिंह (Dr. Abhay Kumar Singh) ने मोर्चा संभाला है. उन्होंने रूस के हमले को पूरी तहत जायज ठहराते हुए कहा कि नाटो देशों को रोकने के लिए यह कार्रवाई जरूरी थी.

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'नहीं था कोई और विकल्प' 
अभय सिंह ने इंडिया टुडे से बातचीत में सवाल उठाते हुए कहा कि चीन अगर बांग्लादेश में अपना मिलिट्री बेस तैयार कर ले तो भारत की इस पर क्या प्रतिक्रिया होगी? उन्होंने कहा कि जाहिर सी बात है कि भारत ऐसा नहीं चाहेगा. उन्होंने कहा कि नाटो का गठन रूस के खिलाफ हुआ था और सोवियत संघ के टूटने के बावजूद यह विघटित नहीं हुआ. अगर यूक्रेन नाटो में शामिल हो जाता है, तो यह नाटो बलों को हमारे और करीब लाएगा क्योंकि यूक्रेन हमारा पड़ोसी देश है. यह समझौते का उल्लंघन है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और संसद के पास कार्रवाई करने के अलावा कोई विकल्प नहीं था. हालांकि उन्होंने ऐसी खबरों को गलत बताया कि रूस यूक्रेन पर परमाणु हमला कर सकता है. 

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कौन हैं अभय प्रताप सिंह?
डॉ. अभय प्रताप सिंह मूल रूप से बिहार के पटना के रहने वाले हैं. वह पश्चिमी रूस के कुर्स्क (Kursk) शहर में डेप्युटेंट के पद पर हैं. भारत में यह पद विधायक के समान का पद है. वह करीब 30 साल पहले 1991 में मेडिसिन की पढ़ाई के लिए रूस गए थे. वहां से पढ़ाई पूरी कर वह वापस लौट आए और पटना में ही प्रेक्टिस शुरू की. हालांकि कुछ दिनों बाद वह वापस रूस चले गए. रूस में उन्होंने दवाईयों का कारोबार शुरू किया. इसके बाद वह रीयल ईस्टेट और कंस्ट्रक्शन के कारोबार में भी उतरे. 2015 में वह राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन की यूनाइटेड रशिया पार्टी (United Russia Party) से जुड़े. 2018 में उन्होंने कुर्स्क इलाके से चुनाव लड़ा जिसमें उन्हें जीत हासिल हुई.   

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