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Parkinsons Symptoms: पूरे नर्वस सिस्टम पर कब्जा कर लेती है यह बीमारी, जा सकती है याद्दाश्त

Parkinsons में शरीर के कई हिस्सों में कंपन शुरू हो जाती है, दिमाग पर जोर पड़ता है और आपकी याद्दाश्त तक जाने का खतरा बन जाता है, जानिए इसके बारे में सब कुछ

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Parkinsons Symptoms: पूरे नर्वस सिस्टम पर कब्जा कर लेती है यह बीमारी, जा सकती है याद्दाश्त
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डीएनए हिंदी: पार्किसन्स (Parkinson’s disease in Hindi) दिमाग और नर्वस सिस्टम (Nervous System) से जुड़ी एक बीमारी है, जो हमारे शरीर के कई अंगों पर असर डालती है. यह ब्रेन से शुरू होती है लेकिन आपकी सभी एक्टिविटी, जैसे चलना, बोलना, हंसना, कोई काम करना सब कुछ को प्रभावित करती है.

इस बीमारी में शरीर के बाकी हिस्सों पर कंट्रोल नहीं रहता है.आपको यकीन नहीं होगा पर हमारे देश में हर साल करीबन 10,00000 से भी ज्यादा लोग इस बीमारी का शिकार होते है. पहले कहा जाता था कि 60 साल के लोग ही इसका शिकार होते हैं लेकिन अब बदलती लाइफस्टाइल को देखते हुए डॉक्टर्स कहते हैं कि कम उम्र वालों को भी यह रोग होता है.

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कैसे होती है यह बीमारी  (How this disease occur) 

पार्किंसन्स बीमारी (Parkinson’s disease in Hindi) एक न्यूरोडिजेनरेटिव डिसऑर्डर (Neurogenerative Disorder) है जो हमारे दिमाग के उस हिस्से को निशाना बनती है जो हमारे शरीर को यह बताता है की कोई काम कैसे करना है, अगर उस हिस्से में कोई गड़बड़ी होती है मतलब शरीर के बाकी हिस्सों में भी दिक्कत आएगी.

इस बीमारी के पीछे कई कारण हैं, मेंटल डिसऑर्डर, आनुवंशिकता, न्यूट्रिशन की कमी, कुछ दवाओं का असर होता है जिसकी वजह से आप अपना बैलेंस खो देते हैं. हमारे दिमाग में जो डोपामाइन (Dopamine) केमिकल होता है वह न्‍यूरोट्रांसमीटर के तौर पर काम करता है और मस्तिष्‍क से मिलने वाले सभी संकेतों को शरीर के विभिन्‍न अंगों तक पहुंचाता है.

उदाहरण के तौर पर,अगर हम कुछ बोलना चाहते हैं तो यही डोपामाइन केमिकल मस्तिष्‍क से बोलने के संकेत हमारे ओंठों तक ट्रांसमीट करेगा और हम बोलना शुरू कर देंगे. अगर डोपामाइन का लेवल कम होने लगता है तभी आप इस बीमारी का शिकार होते हैं. 

बीमारी के लक्षण (Symptoms of Parkinsons)

कंपन इस बीमारी के लक्षण में सबसे आम है जो आमतौर पर शरीर के किसी एक अंग में शुरू होता है या अक्सर आपके हाथ या उंगलियों में होता है. यह अक्सर तब होता है जब आपका हाथ रेस्ट मोड पर होता है.

गति धीमी हो जाना (ब्रैडकेनेसिया)

जैसे जैसे समय बीतता है पार्किंसन बीमारी (Parkinson’s disease Meaning in Hindi) के कारण मनुष्य की कार्य करने की गति धीमी होती जाती है, जिससे सरल कार्य भी कठिन लगने लगते हैं और कार्य को खत्म करने में समय लगने लगता है

मांसपेशियों का कठोर हो जाना  

मांसपेशी कठोरता आपके शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है. कठोर मांसपेशियां दर्दनाक हो सकती हैं और गति की सीमा को सीमित कर सकती हैं

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संतुलन में परेशानी

पार्किंसंस बीमारी के कारण आपको संतुलन में परेशानी का सामना करना पद सकता है साथ ही आपकी मुद्रा सामान्य से कुछ अलग हो सकती हैं।

अपने काम खुद न कर पाना

इस बीमारी के चलते कुछ कार्य जैसे आंखे झपकना, चलते समय हाथों का हिलना, हंसना इत्यादि में परेशानी आने लगती है।

बोली में बदलाव

समय के साथ आपकी बोली में परिवर्तन आ सकता है, इस बीमारी के समय आपकी बोली में कभी कभी थोड़ी हिचकिचाहट आना, आवाज क निकलना इत्यादि समस्याएं आ सकती हैं

लिखावट में बदलाव

पार्किंसन बीमारी में आपको लिखने में परेशानी का सामना उठाना पड सकता है और आपकी लिखावट भी छोटी हो जाती है क्योंकि आपको लिखने में परेशानी होने लगती है.

यादाश्त कमजोर होती है और भूलने की शिकायत भी बढ़ जाती है 

इलाज (Treatment Of Parkinsons) 

अगर यह बीमारी कंट्रोल से बाहर चली जाए तो आप दवाएं ले सकती हैं, अगर फिर भी नहीं तो आप थैरेपी का सहारा लेते हैं. कई बार सर्जरी की मदद भी लेनी पड़ती है 

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 


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