Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Project Cheetah: साउथ अफ्रीका से आएंगे 12 चीते, स्पेशल प्लेन रवाना, स्वागत के लिए तैयार कुनो नेशनल पार्क

Kuno National Park में फिलहाल 8 चीतें हैं और 12 नए चीतों को रखने के लिए यहां तैयारियां की जा रही हैं. हालांकि कुनो में एक की तबियत खराब है.

Project Cheetah: साउथ अफ्रीका से आएंगे 12 चीते, स्पेशल प्लेन रवाना, स्वागत के लिए तैयार कुनो नेशनल पार्क
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के जन्मदिन पर पिछले साल अफ्रीकी देश नामीबिया से 8 चीते लाए गए थे और उन्हें मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में रखा गया था. अब एक बार फिर 18 फरवरी को देश में  साउथ अफ्रीका से 12 चीते (African Cheetah in India) लाए जाएंगे जिन्हें लाने की सभी तैयारियां कर ली गई है. इस मामले में पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने बताया कि भारत आ रहे 12 में से 7 चीते नर होंगे जबकि  5 मादा चीते होंगे. 

चीतों को पिछली बार हवाई जहाज से भारत के मध्य प्रदेश लाया गया था. कुछ उसी तरह इस बार भी 12 चीतों को लाने के लिए ग्लोबमास्टर हवाई जहाज भारत से उड़ चुका है. माना जा रहा है कि शनिवार को 12 नए चीते कुनो नेशनल पार्क के विशेष बाड़े में पहुंचा दिए जाएंगे.

Cheetah, शेर, बाघ और तेंदुए में क्या अंतर होता है? ये रिपोर्ट पढ़कर दूर हो जाएगा कन्फ्यूजन

क्या है पूरा कार्यक्रम

जानकारी के मुताबिक 18 फरवरी को सुबह 10:00 बजे चीतों को लेकर साउथ अफ्रीका गया सी-17 ग्लोबमास्टर विमान ग्वालियर एयरपोर्ट पर लैंड करेगा. इसके बाद MI 17 हेलीकॉप्टर के जरिए चीतों को कूनो नेशनल पार्क ले जाया जाएगा. बताया गया है कि चीतों की देखभाल के लिए वेटनरी डॉक्टर और चीता एक्सपर्ट डॉक्टर लारेल उसी विशेष विमान में चीतों के साथ आएंगी.

प्लानिंग की बात करें तो विमान के देश में लैंड करने के बाद मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव कूनो नेशनल पार्क में चीतों का स्वागत करने के लिए मौजूद रहेंगे. ये चीतें 1 महीने तक कूनो नेशनल पार्क में क्वारंटाइन में रहेंगे.

जब नामीबियाई चीतों से होगी दक्षिण अफ्रीकी चीतों की मुलाकात, क्या कूनो नेशनल पार्क से आएगी गुड न्यूज? 

दस साल तक आएंगे चीते

गौरतलब है कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच हुए  MoU के मुताबिक दक्षिण अफ्रीका से हर साल 10 से 12 चीते अगले 10 सालों तक भेजेगा. इससे इनकी पर्याप्त संख्या भारत में मौजूद रहेगी. खास बात यह है कि रक्षा मंत्रालय और एयर फोर्स ने इस पूरी सेवा के लिए पर्यावरण मंत्रालय से किसी भी तरह की फीस नहीं ली है और एयरफोर्स का एक विमान ही पिछले साल भी अफ्रीकी देश से ही चीतों को लेकर आया था.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement