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Agnipath Protest पर बोले बाबा रामदेव- मोदी, शाह को हटाने के लिए फैलाई जा रही अराजकता

Swami Ramdev on Agnipath Scheme: अग्निपथ योजना का बचाव करते हुए योगगुरु रामदेव ने कहा है कि मोदी और शाह को हटाने की साजिश हो रही है.

Agnipath Protest पर बोले बाबा रामदेव- मोदी, शाह को हटाने के लिए फैलाई जा रही अराजकता
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डीएनए हिंदी: केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना (Agnipath Scheme) के खिलाफ जारी प्रदर्शन के बीच योगगुरु स्वामी रामदेव (Swami Ramdev) मोदी सरकार का बचाव किया है. अग्निपथ योजना के खिलाफ प्रदर्शनों को 'अर्थहीन राजनीति' करार देते हुए रामदेव ने आरोप लगाया कि कुछ लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और गृहमंत्री अमित शाह (Amit Shah) को सत्ता से बेदखल करने के लिए देश में अराजकता फैला रहे हैं. 

दिल्ली विश्वविद्यालय में एक योग कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामदेव ने कहा कि राजनीति में योग होना चाहिए लेकिन योग में राजनीति नहीं होनी चाहिए. उन्होंने कहा, 'अगर प्रदर्शनकारियों ने योग किया होता तो वे आगजनी का सहारा नहीं लेते. उन्हें भी योग करना चाहिए. यह (अग्निपथ के खिलाफ विरोध) एक अर्थहीन राजनीति है. मूल रूप से, कुछ लोग देश में अराजकता फैलाने का एजेंडा चला रहे हैं. वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को सत्ता से हटाने के लिए अराजकता फैलाना चाहते हैं.'

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14 जून को हुई थी अग्निपथ योजना की घोषणा
केंद्र सरकार की ओर से 14 जून को घोषित की गई अग्निपथ योजना में सैनिकों को सेनाओं में भर्ती करने का प्रस्ताव है. इस योजना में 75 प्रतिशत रंगरूटों को चार साल की सेवा के बाद पेंशन और स्वास्थ्य लाभ के बिना सेवानिवृत्त कर देने की योजना बनाई गई है लेकिन उन्हें लगभग 11.70 लाख रुपये का भुगतान किया जाएगा. इस घोषणा के बाद, देश के कई हिस्सों में हिंसक विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए. 

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आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) द्वारा आयोजित योग सप्ताह के दूसरे दिन रामदेव मुख्य अतिथि थे. उनके साथ केंद्रीय संस्कृति और संसदीय कार्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल भी विशिष्ट अतिथि के रूप में मौजूद थे. कार्यक्रम की अध्यक्षता डीयू के कुलपति प्रो योगेश सिंह ने की. 

'राजनीति में योग हो लेकिन योग में राजनीति नहीं'
इस मौके पर रामदेव ने कहा, 'राजनीति में भी योग होना चाहिए लेकिन योग में राजनीति नहीं होनी चाहिए.' उन्होंने कहा कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ रहना और अपने मन, विचारों और भावनाओं को नियंत्रण में रखना ही योग है. इस अवसर पर मेघवाल ने कहा, 'योग नकारात्मक विचारों को खत्म करता है और उत्कृष्टता लाता है। योग का अर्थ मन, बुद्धि और आत्मा को एकजुट करना है. जब यह जोड़ पूरा हो जाता है, तो भारतीय प्रणाली के अनुसार योग होता है.'

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