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Kashmir में हमले करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे आतंकी संगठन- J&K Police

पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने कहा कि हम लंबे समय से आतंकवादी समूहों द्वारा महिलाओं को रोजगार देते देख रहे हैं.

Kashmir में हमले करने के लिए महिलाओं का इस्तेमाल कर रहे आतंकी संगठन- J&K Police

Burqa

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डीएनए हिंदीः कश्मीर के सोपोर शहर में मंगलवार को बुर्का पहने महिला ने सीआरपीएफ के बंकर पर ग्रेनेड फेंका था, जिसमें सीआरपीएफ का एक और जम्मू-कश्मीर पुलिस का एक जवान घायल हो गए थे. कश्मीर में मौजूद सुरक्षा अधिकारियों ने बताया कि सोपोर में महिला द्वारा किया गया यह हमला आतंकी संगठनों की बेसब्री दिखाता है. 

हसीना अख्तर ने फेंका था बम

बुर्का पहने महिला मंगलवार शाम को सोपोर में सुरक्षा बंकर पर पेट्रोल बम फेंकते हुए सीसीटीवी फुटेज में कैद हुई थी. पेट्रोल बम फेंकने के बाद महिला घटनास्थल से भागने में सफल रही थी. हालांकि यह महिला आसपास लगे कई सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गई थी, जिसकी वजह से पुलिस उसकी पहचान करने में सफल रही.

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अलगाववादी आसिया अंद्राबी के संपर्क में थी हसीना

अधिकारियों ने कहा कि पेट्रोल बम फेंकने वाली महिला उत्तरी कश्मीर के बारामूला इलाके की हसीना अख्तर के रूप में पहचानी गई है. हसीना 2008 में कथित तौर पर पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी आसिया अंद्राबी के संपर्क में आई थी. 38 हसीना वर्षीय अख्तर के खिलाफ दो मामले दर्ज हैं जिसमें से एक मामले 2021 में उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी समूह के पोस्टर चिपकाने के लिए किया गया था.

अधिकारियों ने कहा कि सुरक्षा बलों की गर्मी का सामना कर रहे हैं. आतंकी संगठन के ओवर ग्राउंड वर्कर्स महिलाओं को अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने के लिए उलझा रहे हैं. इसमें हथगोले फेंकना या कोरियर डिलीवरी मैन की तरह काम करना शामिल है. 

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महिला पहले भी हो चुकी है गिरफ्तार

हनाफिया स्कूल से कक्षा 10 पास करने वाली अख्तर को जम्मू-कश्मीर पुलिस ने 2021 में गिरफ्तार किया था. वह पिछले साल दिसंकड़ने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही थी. वह जमानत पर बाहर आई हैं. कश्मीर रेंज में पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार ने बताया कि हसीना अख्तर लश्कर-ए-तैयबा की ओवर ग्राउंड वर्कर के तौर पर काम कर रही थी. उन्होंने कहा कि हम लंबे समय से आतंकवादी समूह द्वारा महिलाओं को रोजगार देते हुए देख रहे हैं.

2021 में भी हुई थी ऐसी घटना

पिछले साल दो बुर्का पहने महिलाओं ने नौगाम में श्रीनगर शहर के बाहरी इलाके में एक भाजपा कार्यकर्ता के आवासीय गार्ड पर हमले में आतंकवादियों की सहायता की थी. इस दौरान एक पुलिसकर्मी की भी जान चली गई थी. आईजीपी ने आगे कहा कि ऐसी कुछ और महिलाएं पुलिस के रडार पर हैं और हम उनसे पेशेवर तरीके से निपट रहे हैं. 

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