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Ganesh Spiritual Significance: गणेश के हर अंग में छिपा है आध्यात्मिक रहस्य, जानिए क्या बताते हैं दांत-पेट और सिर

Ganesh के हर अंग कोई ना कोई आध्यात्मिक रहस्य दर्शाते हैं, चलिए हम जानते हैं आखिर गणेश से हम कैसे प्रेरणा ले सकते हैं और उनके गुणों को अपने में धारण कर सकते हैं.

Ganesh Spiritual Significance: गणेश के हर अंग में छिपा है आध्यात्मिक रहस्य, जानिए क्या बताते हैं दांत-पेट और सिर
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डीएनए हिंदी: Ganesh Spiritual Significance- हिंदू धर्म में ऐसी मान्यता है कि कोई भी काम शुरू होने से पहले श्री गणेश करते हैं. आज रिद्धि सिद्धि दाता विघ्नविनाशक की स्थापना हो गई. क्या आप जानते हैं गणपति के शरीर के हर अंग एक आध्यात्मिक महत्व दर्शाते हैं लेकिन क्या सिर्फ उनकी महिमा करना ही काफी है, हमें उनके गुण और शक्तियों को पहचानकर खुद में धारण करना है. 

चलिए हम आपको गणेश जी के सभी अंगों के आध्यात्मिक रहस्यों से रू-ब-रू कराते हैं. हम मनुष्य उस गणेश बच्चे की तरह हैं जो अपने पिता का वास्तविक स्वरूप अपने अहंकार वश भूल गए हैं इसलिए जब वो परमपिता परमात्मा धरती पर आते हैं तो बच्चा उन्हें पहचान नहीं पाता है. गणेश जी का एक एक अंग अलग अलग शक्तियों का प्रतीक है.

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उनकी लंबी सूंड अच्छे और बुरे का भेद समझाती है. छोटी आंखे लोगों की विशेषताओं (Ganesh Qualities) को देखने की ओर प्रेरित करती है और दूरादेशी और एकाग्रता का प्रतीक है. उनका छोटा मुंह कम बोलने की कला सिखाता है वहीं बड़े कान सुनने की शक्ति को दर्शाता है, ताकि हम कम बोले और ज्यादा सुनें. कान सूप जैसे दिखते हैं, मतलब बुरी बातों को बाहर निकाल दें और अच्छी बातों को ग्रहण करें. उनका सिर विशाल बुद्धि दर्शाता है, जिसमें ज्ञान का भंडार है.

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Ganesh Oragns Spirtuality 

एकदंत का मतलब है कि हम सभी में समानता है, हम एक हैं, सभी आत्मा हैं. ऐसे में कोई जात-धर्म या फिर कुछ और माइने नहीं रखता. सब एक है.  चार भुजाओं के चार अलंकार हैं, जो चार गुणों को दर्शाते हैं, जैसे कुल्हाड़ी से अपने गलत कर्मों का गला काटना. पेट मतलब बातों को अपने अंदर समा लेना. इसके साथ ही गणेश के हाथों को देखिए देने वाले हाथ लेकिन आज हम बस मांगते रहते हैं. हमें देवताओं की तरह देने वाला बनना है. ये सब गणेश जी एक विशेष प्रतिभाशाली कल्पना का स्वरूप है. हमें भी उनके इन गुणों को अपने जीवन में धारण करने चाहिए. 

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