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Ramadan 2023 Sehri & Iftar Time: 24 मार्च को रखा जाएगा पहला रोजा, यहां देखें सेहरी और इफ्तारी का सही समय

Sehri & Iftar Time: रोजे में रोजेदार सेहरी और इफ्तार के समय ही खाना खाते हैं. सेहरी और इफ्तार का समय पहले ही निर्धारित कर दिया जाता है.

Ramadan 2023 Sehri & Iftar Time: 24 मार्च को रखा जाएगा पहला रोजा, यहां देखें सेहरी और इफ्तारी का सही समय

प्रतीकात्मक तस्वीर

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डीएनए हिंदी: मुस्लिम धर्म के इस्लामिक कैलेंडर के नौवें महीने रमजान (Ramadan 2023) को बहुत ही पाक माना जाता है. रमजान (Ramadan 2023) के पाक महीने में मुस्लिम धर्म के लोग रोजा (Roza 2023) रखते हैं. इस बार रोजे 24 मार्च से शुरू हो रहे हैं. 24 मार्च को रमजान (Ramadan 2023) का पहला रोजा रखा जाएगा. रोजे के दौरान लोग कठिन नियमों का पालन करते हैं. लोग बिना कुछ खाए-पिए पूरा दिन उपवास कर अल्लाह की इबादत करते हैं. रोजे के दौरान सुबह की सेहरी और शाम की इफ्तार (Sehri Iftar Timing) का बहुत ही महत्व होता है. रोजे में रोजेदार सेहरी और इफ्तार (Sehri Iftar) के समय ही खाना खाते हैं. तो चलिए रमजान (Ramadan 2023) के पहले रोजे की सेहरी और इफ्तार के समय (Sehri Iftar Timing) के बारे में जानते हैं.

सेहरी (Sehri Timing)
रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूर्योदय से पहले ही भोजन करते हैं. सूर्योदय से पहले खाने को सेहरी के नाम से जाना जाता है. रमजान में सेहरी के समय को पहले से ही तय कर दिया जाता है. इस साल रमजान के पहले रोजे पर सेहरी का समय सुबह 5 बजकर 1 मिनट तय किया गया है.

यह भी पढ़ें - Ramadan Calendar 2023: रमजान में होगा सवा 14 घंटे का रोजा, सेहरी व इफ्तार का कैलेंडर हुआ जारी, यहां देखें समय

इफ्तार (Iftar Timing)
रमजान में रोजेदार दिनभर बिना खाए-पिए रहते हैं और शाम को नमाज के बाद खजूर खाकर रोजा खोलते हैं. शाम को रोजा खोलने का समय सूर्योस्त के बाद होता है. शाम को मगरिब की नमाज के बाद ही रोजा खोला जाता है. शाम को रोजा खोलने के समय के भोजन को इफ्तार कहते हैं. रमजान में इफ्तार का समय भी पहले से तय कर दिया जाता है. पहले रोजे के इफ्तार का समय शाम को 6 बजकर 37 मिनट है.

रोजेदार करते हैं कड़े नियमों का पालन
रमजान में रोजेदारों के लिए पांच वक्त की नमाज पढ़ना बहुत ही जरूरी होता है. रोजेदार सुबह सेहरी के बाद से शाम को इफ्तार तक बिना कुछ खाए-पिए रहते हैं. वह बिना कुछ खाए-पिए अल्लाह की इबादत करते हैं. इस्लाम धर्म में पाक महीने रमजान में जकात यानी ईद से पहले दान करना भी बहुत ही जरूरी होता है. जकात में सालभर की कमाई का ढाई फीसदी दान करना होता है. लोग रमजान के महीने में अल्लाह की इबादत कर शुक्रिया अदा करते हैं.

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

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