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Sri Lanka Crisis: 'संकट में सिर्फ भारत का मिला साथ' श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचन विजसेकेरा ने की तारीफ

Sri Lanka Crisis: श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचन विजसेकेरा ने कहा कि संकट के इस समय में केवल भारत सरकार ने ही कई बार मदद भेजी. हमें उम्मीद है कि अन्य देश भी मदद के लिए आगे आएंगे.

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श्रीलंका में हालात खराब

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डीएनए हिंदी: श्रीलंका पिछले कुछ महीनों से आर्थिक और राजनीतिक संकट (Sri Lanka Economic and Political Crisis) से जूझ रहा है. बीते दिनों जनता सड़कों पर उतर आई जिसके बाद तत्कालीन राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे को इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा. श्रीलंका की इस मुश्किल घड़ी में भारत मजबूती से पड़ोसी देश का धर्म निभा रहा है. जिसकी एक बार फिर श्रीलंका ने प्रशंसा की है.

श्रीलंका के ऊर्जा मंत्री कंचन विजसेकेरा ने कहा कि भारत ही इकलौता देश है, जिसने हमें क्रेडिट लाइन दी है. उन्होंने कहा कि संकट के इस समय में केवल भारत सरकार ने ही कई बार मदद भेजी. साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई है कि दुनिया के अन्य संपन्न देश भी श्रीलंका की इस मुश्किल घड़ी में मदद के लिए आगे आएंगे. हमने मित्र देशों से ईंधन की मदद मांगी है, जो भी देश मदद करेंगे हम उनका स्वागत करेंगे.

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श्रीलंका में ईंधन की कमी
मंत्री कंचना ने बताया कि श्रीलंका को ईंधन लेने के लिए करीब 4 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. सेना के पास ईंधन की जरूरत को पूरा करने के कई विकल्प हैं लेकिन हमारे पास पूरे देश में पुलिस के लिए सिर्फ एक फ्यूल कैंप है. हालांकि पुलिस के लिए और फ्यूल कैंप व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम रूस के साथ बात कर रहे हैं. हमने अपनी जरूरतें बता दी हैं. उम्मीद है कि जल्दी ही कोई सुविधा दी जाएगी.

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विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म
आपको बता दें कि श्रीलंका इस समय आर्थिक संकट के बुरे दौर से गुजर रहा है. देश में विदेशी मुद्रा का भंडार खत्म हो गया है, जिसका मतलब है कि वह खाद्य पदार्थ और ईंधन के आयात के लिए भुगतान नहीं कर सकता, जिससे इन चीजों की भारी किल्लत हो गई है और महंगाई आसमान छू रही है. लोगों को कई-कई घंटे तक लाइन में लगकर जरूरत बड़ी मुश्किल से खाने-पीने का सामान मिल पा रहा है. यही कारण है कि जनता सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रही है और राजपक्षे परिवार को इसका जिम्मेदार ठहरा रही है.

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