Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

दिवाली से पहले ही जहरीली हुई राजधानी की हवा, एयर क्वालिटी 'Poor' कैटेगरी में शामिल

रविवार को एनसीआर में एयर क्वालिटी काफी खराब बनी रही, दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम 10 का लेवल 110 'खराब' और 237 'मध्यम' कैटेगरी में दर्ज किया गया.

दिवाली से पहले ही जहरीली हुई राजधानी की हवा, एयर क्वालिटी 'Poor' कैटेगरी में शामिल
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: यूनियन मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंसेज के तहत एक फोरकास्टिंग एजेंसी, सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली में पॉल्यूशन लेवल दिवाली से पहले बेहद खराब कैटेगरी में देखने को मिला. वास्तव में शहर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 276 था. दिल्ली विश्वविद्यालय के इलाके में पॉल्यूशन लेवल 319 पर 'बहुत खराब' कैटेगरी में था. नोएडा में एक्यूआई भी 309 पर 'बहुत खराब' श्रेणी में था. 

रविवार की सुबह भी, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में हवा की गुणवत्ता खराब बनी रही, दिल्ली में पीएम 2.5 और पीएम 10 का लेवल 110 'खराब' और 237 'मध्यम' श्रेणी में दर्ज किया गया. नोएडा से सटे जबकि 'बहुत खराब' क्षेत्र में एक्यूआई 311 पर और गुरुग्राम में एक्यूआई 139 पर 'मध्यम' श्रेणी में रहा. शून्य से 50 के बीच एक्यूआई अच्छा, 51 और 100 संतोषजनक, 101 और 200 मध्यम, 201 और 300 खराब, 301 और 400 बहुत खराब, और 401 और 500 गंभीर माना जाता है.

सफर ने बुजुर्गों और बच्चों सहित सेंसीटिव ग्रुप्स को लंबे समय तक या मेहनत का काम ना करने की सलाह दी है. साथ ही ज्यादा से ज्यादा ब्रेक लेने या आराम करने को कहा है. सफर ने सलाह दी है कि इंटेंस एक्टिविटी को ना करें. फोर​कास्टिंग एजेंसी ने एक एडवाइजरी में कहा कि अस्थमैटिक्स, खांसी या सांस लेने में तकलीफ के लक्षण होने पर दवा तैयार रखें. दिल के मरीज, धड़कन, सांस लेने में तकलीफ या असामान्य थकान होने पर डॉक्टर से मिलें.

Bank Holidays This Week: 4 दिन बंद रहेंगे बैंक, देखें पूरी लिस्ट 

शहर में हवा की गुणवत्ता को नियंत्रण में रखने के लिए, दिल्ली सरकार ने इस साल पटाखे के उत्पादन, भंडारण, बिक्री और फोड़ने पर प्रतिबंध लगा दिया था, साथ ही उल्लंघन के मामले में जुर्माना और जेल की सजा भी दी थी. इस बीच, दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रविवार को अपनी सरकार के फैसले का बचाव करते हुए कहा कि दिल्ली सरकार की प्राथमिकता जान बचाना है और पटाखों के इश्यू पर उसकी राजनीति में कोई दिलचस्पी नहीं है. 

सफर ने भविष्यवाणी की थी कि अगर पटाखे न फोड़ें तो भी हवा की गुणवत्ता "बहुत खराब" लेवल तक खराब हो सकती है और अगर पिछले साल की तरह पटाखे फोड़े जाते हैं, तो दिवाली की रात में ही हवा की गुणवत्ता "गंभीर" लेवल तक पहुंच सकती है और जारी रह सकती है. एक और दिन के लिए "रेड" जोन में रहें.

Stock Market Holidays: क्या दिवाली 2022 पर एनएसई, बीएसई में बंद है कारोबार?

राष्ट्रीय राजधानी ने सात वर्षों में सबसे स्वच्छ हवा में सांस ली, जिसमें एक्यूआई का स्तर 259 दर्ज किया गया. दिवाली से एक दिन पहले पिछले साल एक्यूआई लेवल 314 और 2020 में 296 था. उक्त अवधि के दौरान रोशनी के त्योहार के बाद के दिनों में हवा की गुणवत्ता काफी खराब हो गई थी.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement