Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Karwa Chauth 2022: इस दिशा में दें चांद को करवाचौथ अर्ध्य, मिलेगा मनचाहा फल

अगले महीने 13 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा, ऐसे में अगर आप भी करवा चौथ का व्रत रख रही हैं तो वास्तु के अनुसार इन दिशाओं का खास ध्यान रखें.

Karwa Chauth 2022: इस दिशा में दें चांद को करवाचौथ अर्ध्य, मिलेगा मनचाहा फल

वास्तु के अनुसार ऐसे करें करवा चौथ की पूजा

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: (Karwa Chauth 2022 Vastu Tips) अगले महीने 13 अक्टूबर को करवा चौथ का व्रत मनाया जाएगा. यह व्रत महिलाओं के लिए बेहद खास माना जाता है. महिलाएं अपने पति के लिए यह व्रत रखती हैं. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार यह व्रत पति के लंबे आयु के लिए रखा जाता है. साथ ही इस (Karwa chauth 2022) व्रत को रखने से पति-पत्नी के बीच मधुरता आती है. 

चंद्रोदय के समय विधि-विधान से पूजा करने के बाद पति के हाथ से पानी पी कर व्रती महिलाएं अपना व्रत पूरा करती हैं. वास्तु के अनुसार इस (Karwa chauth) व्रत को शुरू करने से लेकर पारण करने तक दिशाओं का ध्यान रखना बेहद जरूरी है. आइए जानते हैं वास्तु के हिसाब से किस दिशा में बैठकर महिलाओं को पूजा करनी चाहिए.

यह भी पढ़ें- देवी दुर्गा के वाहनों का महत्व क्या है, वाहन का प्रतीक क्या होता है 

करवा चौथ में सरगी से लेकर व्रत तोड़ने तक इन दिशाओं का रखें ध्यान (Karwa Chauth Vastu Tips)
 

  • करवा चौथ व्रत की शुरुआत सबसे पहले सरगी खाने की रश्म से होती है. व्रती महिलाओं को सरगी हमेशा दक्षिण-पूर्व की दिशा में बैठकर ग्रहण करना चाहिए. ऐसा करने से आपका पूरा दिन अच्छा गुजरेगा.
  • पूजा के दौरान यह ध्यान देना चाहिए कि जब आप खड़े हों तो आपका मुंह उत्तर या पूर्व दिशा की तरफ हो. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दोनों दिशाओं को पूजा के लिए बेहद शुभ माना जाता है.
  • करवा चौथ में पूजा के दौरान चंद्रमा को अर्ध्य देते समय आपकी दिशा उत्तर-पश्चिम को ओर होनी चाहिए.
  • इस दिन आपको अपना समय परिवार, दोस्त या पति के साथ दक्षिण-पूर्व दिशा में बिताना चाहिए. वास्तु शास्त्र के अनुसार इन दिशाओं को शुभ माना जाता है. 
  • व्रत का पारण करते समय पूर्व दिशा की तरफ बैठकर भोजन करना चाहिए. 

यह भी पढ़ें- 26 सितंबर को कितने बजे होगी नवरात्रि की कलश स्थापना, शुभ समय और तिथि

करवा चौथ की पूजा हमेशा घर के मंदिर में या फिर घर के हॉल में करनी चाहिए और पूजा के बाद बचा हुआ समय अपने परिवार व पति के साथ बिताना चाहिए इससे रिश्तों में मधुरता आएगी. 

(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. डीएनए हिंदी इसकी पुष्टि नहीं करता है.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement