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बिटकॉइन में 7 फीसदी इजाफा इथेरियम में 11 फीसदी का उछाल, देखें फ्रेश प्राइस 

साल 2022 में बिटकॉइन के दाम 57 फीसदी और इथेरियम की कीमत में 70 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. बिटकॉइन 20 हजार डॉलर के आसपास आ चुका है.

बिटकॉइन में 7 फीसदी इजाफा इथेरियम में 11 फीसदी का उछाल, देखें फ्रेश प्राइस 
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डीएनए हिंदी: देश की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के दाम (Bitcoin) में आज तेजी देखने को मिल रही है. जिसके बाद दाम 20 हजार डॉल्र के आसपास आ गए हैं. बिटकॉइन के दाम में करीब 7 फीसदी का इजाफा देखने को मिल रहा है. वहीं ग्लोबल क्रिप्टोकरेंसी  (Cryptocurrency) में बीते 24 घंटों में 6 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है. जिसके बाद कुल मार्केट कैप 914 बिलियन डॉलर हो गया है. जानकारों की मानें तो बाजार रीबाउंड कर रहा है. आने वाले दिनों में बिटकॉइन के दाम 25 हजार डॉलर पर कारोबार करता हुआ दिखाई दे सकता है. 

बिटकॉइन के दाम में तेजी 
सोमवार को दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी करीब 7 फीसदी की तेजी के साथ 19,885 डॉलर पर कारोबार करती हुई दिखाई दे रही है. इससे पहले वर्ष की शुरुआत के बाद से बिटकॉइन में लगभग 57 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. नवंबर 2021 में बिटकॉइन के दाम 69 हजार डॉलर पर था. जब से अब तक बिटकाइन के दाम 2 तिहाई नीचे आ चुके हैं. वास्तव में क्रिप्टोकरेंसी में गिरावट केंद्रीय बैंकों की ओर ब्याज दरों में इजाफा करने की वजह से देखने को मिल रही है. 

इथेरियम में भी उछाल
दूसरी ओर इथेरियम क्रिप्टोकरेंसी में करीब 11 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. जिसके बाद दाम 1,068 डॉलर पर आ गए हैं. साल 2022 में इथेरियम में बड़ी गिरावट देखने को मिली है. यह टोकन करीब 70 फीसदी तक नीचे आ चुका है. इस बीच, आज डॉजकॉइन की कीमत भी 11 फीसदी से अधिक की तेजी के साथ 0.05 डॉलर पर आ गया है, जबकि शीबा इनु लगभग 6 फीसदी बढ़कर 0.000008 डॉलर हो गई. अन्य क्रिप्टो कीमतों में सुधार देखने को मिला है. स्टेलर, यूनिस्वैप, एक्सआरपी, टीथर, सोलाना, पोलकाडॉट, एवालांशे, पॉलीगॉन, चेनलिंक, टेरा लूना क्लासिक, कार्डानो, लिटकोइन और ट्रॉन की कीमतें 4-14% से अधिक की कटौती के साथ कारोबार कर रही थीं.

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क्या अभी और आएगी गिरावट 
जानकारों की मानें तो महंगाई को कम करने के केंद्रीय बैंक बाजारों से लिक्विडिटी को कम करने में जुटा हुआ है. जिसकी वजह से वो ब्याज दरों में लगातार इजाफा कर रहे हैं. जिसकी वजह से निवेशक लगातार क्रिप्टोकरेंसी की बिक​वाली में जुटे हुए हैं. हाल ही में फेड ने अपनी ब्याज दरों में 0.75 फीसदी की बढ़ोतरी की है. वहीं फेड चेयरमैन ने जुलाई के महीने में 75 बेसिस प्वाइंट के इजाफे की उम्मीद जताई है. ऐसे में क्रिप्टोकरेंसी में अभी और दबाव देखने को मिल सकता है. वहीं कुछ जानकारों का यह भी कहना है कि इकोनॉमी मंदी की खाई में गिरती हुई दिखाई दे रही है. जिसका असर भी देखसने को मिला है. लांग टर्म निवेश करने वाले भी इसकीद चपेट में आ रहे हैं. जबकि क्रिप्टो से जुड़ी कंपनियों ने छंटनी शुरू कर दी है और हायरिंग को फ्रीज कर दिया है. बाजार जानकारों का मानना है कि आने वाले दिनों में गिरावट का सामना करना पड़ सकता है. 

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