Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Droupadi Murmu Oath: 25 जुलाई को ही शपथ क्यों लेते हैं राष्ट्रपति, कहीं इसके पीछे ये वजह तो नहीं?

Droupadi Murmu Oath: देश के 9 राष्ट्रपति अब तक 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ ले चुके हैं. हालांकि इसी दिन शपथ को लेकर कोई नियम नहीं हैं. 

Latest News
Droupadi Murmu Oath: 25 जुलाई को ही शपथ क्यों लेते हैं राष्ट्रपति, कहीं इसके पीछे ये वजह तो नहीं?

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू  

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः NDA की तरफ से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू (Droupadi Murmu) देश की पहली आदिवासी और दूसरी महिला राष्ट्रपति (President) बनने जा रही हैं. वह आज यानी 25 जुलाई को राष्ट्रपति पद की शपथ लेंगी.  चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) एन. वी. रमणा द्वारा उन्हें 10 बजे संसद के केंद्रीय कक्ष में राष्ट्रपति पद (Presisdent Oath) की शपथ दिलाएंगे. खास बात यह है कि 1977 के बाद वह 10वीं ऐसी राष्ट्रपति होंगी जो कि इसी तारीख को शपथ लेंगी.

25 जुलाई को ही शपथ क्यों?
राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण के लिए कोई तारीख निश्चित नहीं है फिर भी 1977 के बाद से देखा गया है कि निर्धारित प्रक्रिया के तहत चुने गए हर राष्ट्रपति ने 25 जुलाई को ही शपथ ली है. एक मिथ्य है कि 1977 से पहले अधिकांश राष्ट्रपति जिन्होंने 25 जुलाई के अलावा शपथ ली वह अपना कार्यकाल नहीं कर सके. इसे देखते हुए 25 जुलाई को ही राष्ट्रपति शपथ लेने लगे.

ये भी पढ़ेंः पाकिस्तान से टॉस में जीती थी राष्ट्रपति की शाही बग्घी, क्या रहा इतिहास और क्या है खासियत

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने 26 जनवरी को ली थी शपथ
भारत में अधिकांश राष्ट्रपति ने 25 जुलाई को ही शपथ ली है. इस मामले में अपवाद केवल पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद, उनके बाद सर्वपल्ली राधाकृष्णन, जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद हैं. राजेंद्र प्रसाद ने 26 जनवरी 1950 को शपथ ली थी. इसी दिन भारत  गणतंत्र बना था. इसके बाद 1952 में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव जीता. वह दो बार राष्ट्रपति बने. इसके बाद 13 मई 1962 को डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन देश के राष्ट्रपति चुने गए. वह 13 मई 1967 तक राष्ट्रपति रहे.  

ये भी पढ़ेंः राष्ट्रपति होते हैं देश के पहले नागरिक, जानिए आपका लिस्ट में कौन सा है नंबर

1977 के बाद इसी दिन होने लगी शपथ
डॉ. राजेन्द्र प्रसाद के बाद दो ऐसे राष्ट्रपति चुने गए, जो अपना कार्यकाल किन्हीं कारणों से पूरा नहीं कर पाए. इस लिस्ट में डॉ जाकिर हुसैन और फखरुद्दीन अली अहमद का नाम शामिल है. डॉ जाकिर हुसैन ने 13 मई, 1967 को राष्ट्रपति पद की शपथ ली और 3 मई, 1969 को उनका निधन हो गया. इसके बाद 24 अगस्त 1969 को वी.वी. गिरी नए राष्ट्रपति बनाए गए, लेकिन इनके बाद इस पद को संभालने वाले फखरुद्दीन अली अहमद देश के 5वें राष्ट्रपति बने, जो अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके. देश के छठे राष्ट्रपति नीलम संजीव रेड्डी ने 25 जुलाई 1977 को शपथ ली. इसके बाद से आज तक सारे राष्ट्रपति 25 जुलाई को ही शपथ लेते आ रहे हैं. इस लिस्ट में ज्ञानी जैल सिंह, आर वेंकटरमन, शंकर दयाल शर्मा, केआर नारायणन, एपीजे अब्दुल कलाम, प्रतिभा पाटिल, प्रणव मुखर्जी और रामनाथ कोविंद का नाम शामिल है. 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement