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Stroke-Cardiac Arrest Sign: ये लक्षण बताते हैं नसों में है गंभीर ब्लॉकेज, कभी भी आ सकता है स्ट्रोक या हार्ट अट्रैक

Veins blockage Sign: सर्दियों में अचानक से हार्ट अटैक और स्ट्रोक की समस्या बढ़ गई है. इसलिए अपने शरीर के कुछ संकेत पहचान कर सतर्क हो जाएं.

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Stroke-Cardiac Arrest Sign: ये लक्षण बताते हैं नसों में है गंभीर ब्लॉकेज, कभी भी आ सकता है स्ट्रोक या हार्ट अट्रैक

Veins blockage Sign: ये लक्षण नजर आते ही समझ लें नसों में हो रही गंभीर ब्लॉकेज

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डीएनए हिंदीः आए दिन आपके आसपास से ही ये खबर आ रही होगी कि अचानक से कोई काम करते या डांस करते ही गिर पड़ा (fell suddenly while doing some work or dancing) और उसकी मौत हो गई. सर्दियों में नसों की ब्लॉकेज (vein blockage in winter) के कारण हार्ट अटैक, कार्डिएक अरेस्ट या स्ट्रोक का खतरा(Risk of heart attack, cardiac arrest or stroke) ज्यादा होता है. अगर हाई कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol), हाई या लो बीपी (High Blood Pressure ) की समस्या हो तो ये खतरा और भी ज्यादा हो सकता है. 

ऐसे में डरने की जरूरत नहीं, लेकिन सचेत रहने की जरूरत बहुत है. अपने शरीर से मिल रहे लक्षण या संकेत को बिना नजरअंदाज किए पहचानें, खानपान में ध्यान रखें और लाइट एक्सरसाइज जरूरक करें. बस इतना करके आप आपनी और अपनों की जान बचा सकते हैं. यहां आपको कुछ ऐसे लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं जो आपकी नसों की ब्लॉलेकज का संकेत देते हैं. ब्लॉकेज यानी ब्लड सर्कुलेशन में बाधा (blockage or obstruction in blood circulation) और हार्ट से लेकर लंग्स तक पर प्रेशर (Pressure on Lungs or Heart) पड़ना. इसलिए अपने शरीर को समझें और कोई भी अनयूजवल संकेत मिलते ही हर काम छोड़कर डॉक्टर से मिलें और जांच कराएं. 

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नसों में ब्लॉकेज के इन संकेतों को मिलते ही सतर्क हो जाएं

छाती या सीने में दर्द महसूस होना 
कई बार आपने काम करने के दौरान या ऐसे भी महसूस किया होगा कि आपको सीने या छाती में दर्द का अनुभव होता है। कई बार सोते समय या अधिक देर तक काम के दौरान भी आपको सीने के लेफ्ट साइड में दर्द का अनुभव होता है। ये दर्द कभी-कभार हार्ट अटैक का संकेत भी हो सकता है। नसों के जाम या ब्लॉक हो जाने पर आपको हार्ट अटैक का खतरा भी हो सकता है। इसके अलावा दिल की घबराहट, कमजोरी या चक्कर आना, जी मिचलाना या पसीना आना जैसी समस्याएं हो सकती है। 

पैर से लेकर हिप्स में दर्द
पैर से लेकर हिप्स में दर्द अगर आपको बैठने या सोने पर हो रहा है तो ये संकेत नसों की ब्लॉकेज का है. यानी आपके पैरों में ब्लड का फ्लो खराब हो रहा है और इससे दर्द बढ़ता है. कई बार ये दर्द चलने पर ठीक महसूस होता है. 

बिना काम किए ही सांस फूलना
अगर आपकी सांस बात करते हुए या बिना किसी मेहनत के काम के भी फूल रही तो ये सीधा सा संकेत होता है नसों की ब्लॉकेज का. हाई कोलेस्ट्रॉल से जब नसों में खून के बहाव के लिए जगह नहीं मिल पाता है तब ये समस्या होती है. अगर दो कदम चल कर भी आपके सांस फूल रही तो ये संकेत हाई कोलेस्ट्रॉल का ही होता है.

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पीठ के निचले हिस्से में दर्द
नसों की ब्लॉकेज का एक बड़ा संकेत पीठ के निचले हिस्से में भी दर्द का होना भी है.  पीठ के निचले हिस्से में ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होने से ऐसा होता है. ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होने से डिस्क कमजोर होने लगती है.  कई बार शरीर का निचला हिस्सा सूखने या सूजन के कारण फूलने लगता हैण् इससे आपको नसों के दबने की दिक्कत हो सकती हैण्

बेहोशी और थकान
नसों के ब्लॉक होने पर कई बार बेहोशी या बहुत ज्यादा थकान महसूस होने लगती है. कई बार चक्कर भी आते हैं. असल में ऐसाब्रेन तक जाने वाली नसें के जाम होने से होता है. ब्लड सर्कुलेशन के कमी के कारण या नसों में ब्लड के थक्के जमने से भी ऐसा होता है. इससे स्ट्रोक का खतरा ज्यादा होता है. 

नींद की कमी
नसों में ब्लॉकेज से नींद भी इफेक्ट होती है. थकान के बाद भी नींद न आना एक बड़ा कारण नसों में फैट के जमने का हो सकता है. कई बार सोते समय भी हाई बीट का तेज होना या बेचैनी भी लक्षण है. 

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हाथ-पैर ठंडा होना 
अगर आपके हाथ और पैर शरीर से ज्यादा ठंडे रह रहे तो समझ लें कि ये खतरे का संकेत है. ऐसा तब होता है जब हाथ या पैर में ब्लड सर्कुलेशन सही नहीं होता है. कई बार विटामिटन बी 12 की कमी के कारण नसों के सिकुड़ने से भी ऐसा होता है.

इन बातों का रखें ध्यान

  • खानपान में शुगर और साल्ट कम करें. सैचुरेटेड फैट और ऑयली चीजों त्याग दें. 
  • खट्टे फलों और हरी सब्जियों का सेवन बढ़ा दें.
  • ध्रूमपान और शराब का सेवन बंद कर दें.
  • नियमित रूप से व्यायाम और योग कम से कम 45 मिनट करें.
  • नियमित रूप से जांच कराएं.

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

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