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Ayurveda: सर्दी-जुकाम से साइनस तक, इन गंभीर समस्याओं में फायदेमंद है ये आयुर्वेदिक उपाय, जानें अन्य फायदे

Jal Neti Benefits: जलनेति के जरिए पानी से नाक की सफाई की जाती है. इस क्रिया को करने से कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिलता है...

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Ayurveda: सर्दी-जुकाम से साइनस तक, इन गंभीर समस्याओं में फायदेमंद है ये आयुर्वेदिक उपाय, जानें अन्य फायदे

Jal Neti Benefits

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डीएनए हिंदी: आयुर्वेद में सालों से जड़ी-बूटियों और थेरेपी की मदद से कई तरह की गंभीर बीमारियों का इलाज किया जाता रहा है, इतना ही नहीं, आयुर्वेद (Ayurveda Upchar) में ऐसे कई उपायों के बारे में बताया गया है, जो इंसान को बुढ़ापे तक स्वस्थ रखते हैं. ऐसा ही एक उपाय है जलनेति. रोजाना इस क्रिया को करने से कई गंभीर बीमारियों से छुटकारा मिलता है. दरअसल इसके जरिए पानी से नाक की सफाई की जाती है. इससे आपको साइनस, सर्दी- जुकाम, प्रदूषण से होने वाली समस्याओं (Jal Neti Benefits) से निजात मिल सकता है. आज हम आपको इस लेख के माध्यम से बता रहे हैं कि जलनेति करने से सेहत को क्या-क्या फायदे मिलते हैं और इसे करने की सही तरीका क्या है...

जलनेति करने के फायदे

साइनस की समस्या से दिलाए राहत

बता दें कि जलनेति की क्रिया के माध्यम से सायनाइटिस जैसी समस्या में आराम मिलता है. बता दें कि साइनस की समस्या में नाक के खाली स्पेस में खोखली जगह पर सूजन हो जाती है और इसमें जलनेति से आराम मिलता है. इतना ही नहीं सांस से जुड़ी समस्याएं जैसे अस्थमा, निमोनिया, ब्रोंकाइटिस में भी जलनेति आराम पहुंचाता है.

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बॉडी करता है डिटॉक्स

इसके अलावा नाक के रास्ते में शरीर में जाने वाले बैक्टीरिया और दूसरे टॉक्सिंस को जलनेति की क्रिया के माध्यम से बाहर निकाला जा सकता है. बता दें कि जलनेति गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक को भी साफ करता है और ये नाक के जरिए होने वाले इंफेक्शन को भी होने से रोकता है.  

रूमेटाइड आर्थराइटिस से मिलता है आराम

अगर रोजाना योग के कुछ आसन और जलनेति किया जाए तो यह रूमेटाइड आर्थराइटिस में भी असर दिखाता है. बता दें कि रूमेटाइड आर्थराइट में सुबह उठने पर जोड़ों में जकड़न, सूजन, ज्यादा दर्द होना, ब्लड प्रेशर और यूरिक एसिड के लेवल बढ़ जाता है. 

मेंटल हेल्थ के लिए है फायदेमंद
 
बच्चों को अगर रोजाना जलनेति का अभ्यास कराया जाए तो इससे बच्चों का माइंड शार्प बनता है और बच्चे इंटैलिटजेंट बनते हैं. इसके अलावा स्ट्रेस लेवल कम करने में इस थेरेपी की मदद असरदार हो सकती है. बता दें कि जलनेति याददाश्त बढ़ाने के साथ ही कंसन्ट्रेशन और अक्सर होने वाले स्ट्रेस को भी कम करता है. 

आंखों के लिए है फायदेमंद 

इसके अलावा जिन लोगों की आंख में मायोपिया की दिक्कत होती है और नजर कमजोर होती है उनके लिए जलनेति योगा की तरह ही असरदार है. बता दें कि इस थेरेपी को रोजाना करने से टियर ग्लैंड रिलैक्स होते हैं और आंखों की रोशनी इंप्रूव होती है.  

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जलनेति का अभ्यास कैसे करें

जलनेति करने के लिए अलग तरह का बर्तन आता है और इसकी मदद से नाक के एक हिस्से में पानी लेकर दूसरी तरफ से निकालना होता है. यही प्रक्रिया नाक के दूसरे हिस्से से भी की जाती है. बता दें कि जलनेति करने का अभ्यास नियमित रूप से कई महीनों तक करने के बाद ही हो पाता है और लगातार अभ्यास से ही इसके नतीजे देखने को मिलते हैं.  

(Disclaimer: यह लेख केवल आपकी जानकारी के लिए है. इस पर अमल करने से पहले अपने विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें.)

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