Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Mens Health Problem: पुरुषों में थाइरॉयड बढ़ने के ये हैं लक्षण, वजन कम होना समेत 5 बीमारियां होती हैं पैदा

Mens Health: Women की तरह पुरुषों को भी थाइरॉयड की समस्या होती है, ये कोई आम समस्या नहीं है , इससे पुरुषों के शरीर में 5 बीमारियां दिखने लगती हैं. आईए जानते हैं इसके लक्षण और बचाव के उपाय भी

Latest News
Mens Health Problem: पुरुषों में थाइरॉयड बढ़ने के ये हैं लक्षण, वजन कम होना समेत 5 बीमारियां होती हैं पैदा
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: हम अभी तक ज्यादातर यही जानते थे कि महिलाओं को ही थाइरॉयड (Women Thyroid) की समस्या होती है लेकिन ऐसा नहीं है. पुरुषों में भी यह समस्या आम होती जा रही है. यही नहीं उन्हें इसकी वजह से कई और बीमारियों का सामना भी करना पड़ता है. उन्हें काफी कमजोरी महसूस होती है, अचानक वजन बढ़ने लगता है और यौन संबंधी (Mens Sexual Problem) भी कई समस्याएं सामने आती हैं. आईए जानते हैं थाइरॉयड (Thyroid in Mens) बढ़ता कैसे है और इसके लक्षण क्या हैं, इससे निजात पाने के उपाय पर भी नजर डालते हैं.

एनसीबीआई के अनुसार, ग्रेव्स रोग ( Graves’ Disease) हाइपरथायरायडिज्म होने की मुख्य वजह है. यह स्थिति पुरुषों में ज्यादा देखने के लिए मिलती है. ग्रेव्स डिजीज होने का मतलब है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली गलती से एक स्वस्थ थायरॉयड ग्रंथि (Thyroid Gland) पर हमला कर देती है, जिससे यह बहुत अधिक Thyroid हार्मोन का उत्पादन करने लगती है. यह बीमारी आमतौर पर 30 से 50 की उम्र के बीच में दिखाई देती है. इसके अलावा लाइफस्टाइल से जुड़े कई और कारण हो सकते हैं. 

यह भी पढ़ें- पुरुषों के पेनिस में होने वाला कैंसर, जानिए लिंग की गांठ के बारे में सब कुछ

लक्षण (Symptoms of Thyroid in Hindi)

अचानक वजन बढ़ने लगता है
इरेक्‍टाइल डिस्‍फंक्‍शन और सेक्‍स इच्‍छा में कमी महसूस होती है 
अधेड़ उम्र के पुरुषों को इसका सबसे ज्‍यादा जोखिम रहता है
तनाव लेना और हॉर्मोनल डिसबैलेंस 
खराब लाइफस्टाइल की वजह से भी यह बीमारी घर कर जाती है. 
हड्डियां कमजोर होने लगती है और पुरुष ऑस्टियोपोरोसिस के शिकार होते हैं 

(Causes of Thyroid in Men)

थायराइड ग्लैंड के कार्यप्रणाली के बारे में पूरी जानकारी रखें, अधिक स्ट्रेस के कारण भी एड्रेनल ग्लैंड ठीक से काम नहीं कर पाता है जिससे स्ट्रेस बढ़ाने वाला हार्मोन कॉर्टिसोल का उत्पादन बढ़ जाता है. इसका सीधा प्रभाव आपके थाइरॉयड ग्लैंड पर पड़ता है

अस्वस्थ जीवनशैली (Unhealthy Lifestyle) 

थायराइड ग्रंथि शरीर के मेटाबोलिक फंक्शन को भी नियंत्रित करती है जिस वजह से शरीर में थायराइड हार्मोन का बैलेंस (Hormonal Disbalance) बना रहता है. इसलिए थाइरॉयड ग्लैंड को अगर स्वस्थ रखना चाहते हैं तो रोजाना एक्सरसाइज करना शुरू करें. साथ ही डायट में अधिक से अधिक हेल्दी चीजों को शामिल करें. इन सबके अलावा डायट में आयोडीन की मात्रा का विशेष ध्यान रखें क्योंकि इसका थाइरॉयड हार्मोन के बनने में महत्वपूर्ण रोल होता है

इस स्थिति में पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन में कमी (पुरुषों में सेक्स हार्मोन)हो सकती है, जिसे कई समस्याएं पैदा होती हैं. टेस्टोस्टेरोन हार्मोन की कमी के कारण पुरुषों को मांसपेशियों में ताकत महसूस नहीं होती है.

यह भी पढ़ें- कोलेस्ट्रॉल को बढ़ने से रोकना है तो इन खीने की चीजों से रहें दूर

ये हैं उपाय (Treatment of Thyroid) 

इससे बढ़ने से रोकने के कुछ उपाय हैं. शरीर में थाइरॉयड हार्मोंस का लेवल कम होने का मतलब हाइपोथायरायडिज्म और ज्यादा होने का मतलब हाइपरथायरायडिज्म, यह दोनों ही थाइरॉयड के कारक हैं,

आयोडीन की कमी (Iodin) 

शरीर को रोजाना 150 माइक्रोग्राम आयोडीन की जरूरत होती है. आयोडीन का लेवल कम होने से हाइपोथायरायडिज्म और ज्यादा होने से हाइपरथायरायडिज्म का खतरा हो सकता है

उम्र बढ़ना (Age Factor) 

उम्र बढ़ने के साथ इम्यूनिटी सिस्टम भी कमजोर होने लगता है और बॉडी में कई हार्मोनल बदलाव होता है. इसलिए 35 साल का होने पर थायरॉयड प्रोफाइल टेस्ट जरूर कराएं

जेनेटिक (Genetic) 
 
अगर आपके परिवार में किसी को थाइरॉयड की समस्या है तो आपको भी इसका खतरा हो सकता है. इसलिए आपको साल में एक बार थायरॉयड टेस्ट जरूर करा लेना चाहिए

दवाएं (Medicines) 

इंटरफेन और कैंसर के इलाज के लिए की जाने वाली रेडिएशन थेरेपी आदि से भी थाइरॉयड ग्लैंड पर असर पड़ता है. इसलिए थाइरॉयड टेस्ट कराने की डॉक्टर की सलाह को अनदेखा ना करें

यह भी पढ़ें- राजू श्रीवास्तव की हेल्थ ने समझाया, जिम में एक्सरसाइज करते वक्त किन बातों का रखें खयाल

ऑटोइम्यून डिजीज (Autoimmune Disease) 

इस तरह के रोगों में आपकी इम्यून सेल्स आपकी बॉडी सेल्स पर हमला करने लगती हैं जिससे आपको विभिन्न रोगों का खतरा होता है. अगर आप डायबिटीज जैसे ऑटोइम्यून रोग से पीड़ित हैं तो हर साल टेस्ट जरूर कराएं

तनाव (Stress) 

ज्यादा तनाव होने पर बॉडी में हार्मोनल का लेवल भी चेंज होता है जिस वजह से आपको थाइरॉयड का खतरा हो सकता है. इससे निपटने के लिए एक्सरसाइज और योग करें

(Disclaimer: हमारा लेख केवल जानकारी प्रदान करने के लिए है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें.) 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement