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Delhi: दिल्ली पुलिस ने किया चीनी महिला को गिरफ्तार, नेपाली नागरिक बताकर जासूसी करने का लगा आरोप

Majnu Ka Tila इलाके से एक महिला को गिरफ्तार किया गया है. यह महिला खुद को नेपाली बताती रही है लेकिन पुलिस के सामने नेपाली भाषा नहीं बोल पाई थी.

Delhi: दिल्ली पुलिस ने किया चीनी महिला को गिरफ्तार, नेपाली नागरिक बताकर जासूसी करने का लगा आरोप
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डीएनए हिंदी: दिल्ली पुलिस की स्पेशल (Delhi Police) ने एक चीनी महिला को गिरफ्तार किया है. यह महिला लंबे समय से दिल्ली के ही मजनू का टीला (Majnu Ka Tila) इलाके में रह रही थी. इस महिला पर आरोप है कि यह खुद को नेपाली बताकर अपनी चीनी नागरिकता (Chinese Citizenship) वाली पहचान छिपाती रही है. महिला पर भारत में रहकर चीन के लिए जासूसी करने का आरोप है.

50 साल की है महिला

मजनूं का टीला इलाके से गिरफ्तार की गई यह महिला खुद को नेपाली नागरिक बताती रही है लेकिन पुलिस ने जब इससे नेपाली में बात करने को कहा तो वह नेपाली भाषा नहीं बोल पाई और उसका झूठ पकड़ा गया. शुरुआती पूछताछ के बाद दिल्ली पुलिस ने उसके खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज करके उसे आधिकारिक तौर पर गिरफ्तार कर लिया है. उससे स्पेशल सेल समेत विभिन्न खुफिया एजेंसियां अलग-अलग पूछताछ कर रही हैं. इस जांच में कुछ अहम खुलासे भी हो सकते हैं. पुलिस ने बताया है कि इस चीनी जासूस का नाम काई रूओ है. वह नेपाली नागरिक Dolma Lama बनकर मजनूं का टीला इलाके में रह रही थी.

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पुलिस के मुताबिक, महिला ने लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए अपना पता भी नेपाल की राजधानी काठमांडू लिखवाया था. उसे गिरफ्तार करने के बाद उसके इस पूरे झूठ का पर्दाफाश हो गया है. दिल्ली पुलिस ने महिला के खिलाफ धारा 120 B, 419, 420, 467, 474 और 14 फॉरेन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया है और साथ ही आगे की कानूनी कार्रवाई भी शुरू कर दी है.

पीड़ित दिखाने की भी की कोशिश

दिल्ली पुलिस के सूत्रों के मुताबिक चीनी महिला जासूस चीन के हैनान प्रांत की रहने वाली है. वह पहले नेपाली बताकर लोगों की आंखों में धूल झोंक रही थी लेकिन पुलिस ने उससे सख्ती से पूछताछ की तो उसने खुद को तिब्बती बौद्ध बता दिया. वहीं खुद को पीड़ित बताते हुए उसने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट नेता उसे मारना चाहते हैं, इसलिए वह अपनी जान बचाने के लिए उनसे भागकर भारत आ गई लेकिन पुलिस के सामने उसका यह झूठ काम नहीं आया. 

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पूछताछ और जांच में जुटीं एजेंसियां

जानकारी के मुताबिक यह महिला असल में वर्ष 2019 में चाईनीज पासपोर्ट पर भारत आई थी जिसकी डिटेल एजेंसी के पास दर्ज हैं और वहीं से इस महिला की असलियत सामने आई है. अब उससे एनआईए से लेकर सीबीआई और आईबी समेत सभी खुफिया और जांच एजेंसिया पूछताछ कर रही हैं जिससे इस महिला से सारी जानकारी जुटाई जा सके. साथ ही एजेंसियां यह भी पता लगाना चाहती हैं आखिर महिला ने चीन के साथ भारत की कौन-कौन सी अहम खुफिया बातें साझा की हैं. 

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