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सरपंच को एक पैर पर खड़ा करके किया अपमानित, हुक्का-पानी बंद और 5 लाख का जुर्माना

Rajasthan Latest News: नागौर में एक ग्राम पंचायत के सरपंच को ही समाज से निकालने, भरी सभा में अपमानित करने और 5 लाख का जुर्माना लगाए जाने का मामला सामने आया है.

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सरपंच को एक पैर पर खड़ा करके किया अपमानित, हुक्का-पानी बंद और 5 लाख का जुर्माना

सरपंच को ऐसी सजा देने का यह मामला राजस्थान के नागौर जिले का है.

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डीएनए हिंदी: राजस्थान के नागौर से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है. यहां एक गांव के सरपंच का हुक्का-पानी बंद करके 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. इतना ही नहीं सरपंच को एक पैर पर खड़ा होने को मजबूर किया गया और गांव के समाज से बहिष्कृत कर दिया गया. अब पीड़ित सरपंच की शिकायत पर आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है. रिपोर्ट के मुताबिक, जिस सरपंच के साथ यह सलूक किया गया उसके भाई पर हत्या का आरोप लगाया गया है. इन्हीं आरोपों के बाद पूर्व सरपंच समेत कुछ लोगों ने पंचायत बुलाई और यह तुगलकी फरमान सुनाया.

मामला नागौर जिले के खींवसर उपखंड क्षेत्र की दांतीणा ग्राम पंचायत के सरपंच का है. सरपंच को तुगलकी फरमान सुनाने वाली यह पंचायत दांतीणा गांव में 9 दिसंबर को हुई थी. जिसका अब सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हुआ है. ग्राम पंचायत दांतीणा के सरपंच श्रवण राम मेघवाल (35) के भाई मूलाराम पर हत्या का आरोप लगाकर पूर्व सरपंच, पंच और 50 से ज्यादा ग्रामीणों ने यह मीटिंग की थी. इसके बाद 12 दिसंबर को सरपंच ने पाचौड़ी थाने में मामला दर्ज कराया था. इस पंचायत में पूर्व सरपंच और अन्य पंचों ने मिलकर तुगलकी फरमान जारी कर दिया था. पंचायत में जबरन सरपंच को बुलाया गया और उसे एक पैर पर खड़े होने को मजबूर किया गया.

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भरी सभा में किया गया अपमानित
इतना ही नहीं, उन्हें गांव समाज से बहिष्कृत करके 5 लाख का जुर्माना लगा दिया गया. पीड़ित सरपंच श्रवण राम मेघवाल पुत्र मुलतानाराम ने आरोपियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराते हुए बताया कि उनके परिवार का गांव रहना मुश्किल हो गया है. थाने में दर्ज रिपोर्ट में श्रवण राम ने बताया कि 9 दिसंबर को दांतीणा ग्राम पंचायत में गांव के लोग जुटे. इसमें सभी समाज और जाति के लोग शामिल थे. पंचायत में पहुंचने के लिए सरपंच श्रवण राम को बार-बार फोन किया गया. सरपंच ने कहा कि पंचायत में उसका क्या काम है. इस पर आरोपियों ने कहा कि आप वर्तमान सरपंच हो, आपके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे. आपके भाई मूलाराम ने जीतू सिंह की हत्या की है. इस कारण आपके खिलाफ पंचायत में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा, आपको और आपके परिवार को गांव समाज से बहिष्कृत करेंगे और हुक्का-पानी बंद करेंगे. हम पंच जो फैसला करेंगे वही होगा.

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सरपंच ग्राम पंचायत के परिसर में पहुंचे तो वहां काफी संख्या में लोग जुटे थे. सरपंच श्रवण राम ने आरोप लगाया कि पंचायत में शेराराम, भगवत सिंह, रामूराम, उमाराम, जोराराम, लूणाराम, किशनाराम, श्रवणराम, उमाराम, प्रतापराम, प्रहलाद राम ने कहा कि हम सभी लोग अपने आप में स्वयंभू पंच हैं, पंचों का खौफ होता है. उन्होंने सरपंच श्रवण राम से कहा कि हाथ जोड़कर एक पैर पर खड़े हो जाओ, तुम्हें सरपंच किसने बनाया है. हम तुम्हें हटाकर रहेंगे. सरपंच पंचायत में एक पैर पर खड़े रहे. सरपंच ने आरोप लगाया कि सभी ने उन्हें बहुत तंग और परेशान किया. सभी ने गाली गलौज करके शारीरिक और मानसिक कष्ट दिया. साथ ही, यह भी कहा कि कोई भी गांव का दुकानदार इन्हें किराने का सामान नहीं देगा. सरपंच के घर किसी का आना-जाना नहीं होगा. उसके घर कोई खाना-पीना नहीं करेगा.

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