Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

बेरोजगारी और गरीबी को लेकर RSS चिंतित, मोदी सरकार को दिया खास सुझाव

Unemployment in India: आरएसएस ने देश में बेरोजगारी और गरीबी को बड़ी समस्या बताया है. इसके अलावा संघ ने आय विषमता पर भी चिंता जताई है.

बेरोजगारी और गरीबी को लेकर RSS चिंतित, मोदी सरकार को दिया खास सुझाव

RSS

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: बेरोजगारी और महंगाई को लेकर विपक्षी दल आए दिन नरेंद्र मोदी सरकार और भाजपा पर हमला बोलते रहते हैं. अब RSS ने भी इन चुनौतियों पर चिंता जताई है. RSS के महासचिव दत्तात्रेय होसबाले ने रविवार को भारत में बेरोजगारी और आय में असमानता पर चिंता जताई. उन्होंने राजधानी नई दिल्ली में कार्यक्रम में कहा कि गरीबी देश के सामने एक बड़ी चुनौती है. इसने राक्षस का रूप ले लिया है. हालांकि इस दौरान उन्होंने यह भी कहा कि पिछले कई सालों में केंद्र सरकार ने इन समस्याओं को कम करने के लिए कई कदम उठए हैं.

स्वदेशी जागरण मंच (SKM) द्वारा आयोजित एक बेबिनार में बोलते हुए दत्तात्रेय होसबाले ने कहा कि हमें इस बात का दुख होना चाहिए कि 20 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे हैं और 23 करोड़ लोग प्रतिदिन 375 रुपये से भी कम कमा रहे हैं. गरीबी हमारे सामने एक राक्षस-जैसी चुनौती है. यह महत्वपूर्ण है कि इस दानव को खत्म किया जाए. RSS नेता ने गरीबी के अलावा आय में असमानता और बेरोजगारी को भी देश के सामने बड़ी समस्या बताया.

पढ़ें- Shashi Tharoor बोले- ... तो मल्लिकार्जुन खड़गे को ही कर दें वोट, जानिए क्या है वजह

उन्होंने कहा, "देश में चार करोड़ बेरोजगार हैं, जिनमें ग्रामीण क्षेत्रों में 2.2 करोड़ और शहरी क्षेत्रों में 1.8 करोड़ बेरोजगार हैं. श्रम बल सर्वेक्षण में बेरोजगारी दर 7.6 प्रतिशत आंकी गई है ... हमें रोजगार पैदा करने के लिए न केवल अखिल भारतीय योजनाओं की आवश्यकता है, बल्कि स्थानीय योजनाओं की भी आवश्यकता है."

पढ़ें- बेरोजगारी और गरीबी को लेकर RSS चिंतित, मोदी सरकार को दिया खास सुझाव

दत्तात्रेय होसबाले ने कुटीर उद्योगों को पुनर्जीवित करने तथा ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पैठ बढ़ाने के लिए कौशल विकास क्षेत्र में और अधिक पहल करने का भी सुझाव दिया. आय में विषमता को लेकर होसबाले ने सवाल किया कि क्या यह अच्छा है कि शीर्ष छह अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के बावजूद, देश की आधी आबादी को कुल आय का केवल 13 प्रतिशत ही मिलता है.

पढ़ें- शरद पवार, जो बाइडन ने बारिश में भीगकर हासिल की थी जीत, अब राहुल भी जीतेंगे?

इनपुट- PTI/भाषा

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर. 

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement