Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Rajasthan: Cyber Fraud का नया ट्रेंड, बिना बैंक गए पास हुआ लोन और फिर...

विनीत के परिजनों का कहना है कि ना तो भौतिक रूप से बैंक गए ना ही कोई आवेदन दिया इसके बावजूद उनके खाते में लाखों रुपये लोन के रूप में जमा हो गए.

Rajasthan: Cyber Fraud का नया ट्रेंड, बिना बैंक गए पास हुआ लोन और फिर...
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: साइबर ठगी के आपने कई ऐसे मामले देखे होंगे जिसमें लोगों के बैंक खातों से पैसे निकाले जाते हैं हालांकि यह तरीका अब पुराना हो चुका है, साइबर फ्रॉड करने वाले अब और आगे बढ़ गए हैं. आपके खाते में पैसा हो या ना हो अब वह आपके नाम पर लोन कराकर भी ठगी कर सकते हैं. ऐसा ही एक मामला राजस्थान के चित्तौड़गढ़ से सामने आया है. 

यहां एक निजी कंपनी में काम करने वाले विनीत जैन का आईसीआईसीआई बैंक में अकाउंट है. इनके साथ नए तरीके से ठगी हुई है. दरअसल विनीत रोज की तरह अपनी कंपनी में काम कर रहे थे, इस दौरान बैंक द्वारा उनके नाम पर लोन पास कर दिया गया. विनीत के खाते में पैसे जमा भी कर दिए गए. इस बीच बड़ी बात यह रही कि ना तो विनीत ने किसी लोन के लिए अप्लाई किया और ना ही कभी बैंक से संपर्क किया. इसके बावजूद इनके खाते में 20 लाख रुपये जमा हो गए और उसमें से पैसे कटना भी शुरू हो गए.

वहीं विनीत को इस बारे में तब पता जब उनके पास सिम की केवाईसी के लिए मैसेज आया. इसके बाद उन्होंने बैंक में संपर्क किया तो जानकारी मिली कि उनके खाते में लोन की राशि जमा हुई है. यह सुनकर विनीत के पैरों तले जमीन खिसक गई. उन्होंने बिना देरी किए तुरंत अलग-अलग जगह पर इसकी शिकायत की. 

ये भी पढ़ें- Odisha: पिता चुनाव लड़ने में थे व्यस्त, नहीं दिला पाए बिरयानी तो बेटे ने दे दी जान

विनीत ने लोन पर लिए गए 20 लाख रुपये में से 16 लाख रुपये तो बचा लिए हैं लेकिन ठगों ने इससे पहले ही उनके खाते में मौजूद सवा चार लाख से अधिक की राशि निकाल ली. विनीत को डर है कि क्योंकि पैसा उनके खाते में आया तो बैंक उसकी भरपाई उनसे ही करेगा, ऐसे में विनीत और परिजन बेहद परेशान हैं. उनका कहना है कि ना तो भौतिक रूप से बैंक गए ना ही बैंक में जाकर कोई आवेदन दिया है इसके बावजूद उनके खाते में लाखों रुपये लोन के रूप में जमा हो गए. ऐसे में वह इस नुकसान की भरपाई कैसे करेंगे?

घटना के सामने आते ही पुलिस ने जांच शुरू कर दी है. इस बीच बैंक पर भी सवाल उठ रहे हैं कि बिना भौतिक सत्यापन के आखिर लोन कैसे दे दिया गया? फिलहाल जांच जारी है. मामले को लेकर पुलिस अधिकारियों ने विनीत के साथ-साथ आम लोगों से भी साइबर ठगों के प्रति जागरूक रहने की अपील की है.

(इनपुट- दीपक व्यास)

हमसे जुड़ने के लिए हमारे फेसबुक पेज पर आएं और डीएनए हिंदी को ट्विटर पर फॉलो करें.

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement