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MP Election: 17 बार जमानत जब्त करा चुका है ये नेता, एक बार फिर भरा पर्चा

अधिकारियों ने बताया कि कारोबारी परमानंद तोलानी ने इंदौर नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूम में शनिवार को पर्चा भरा है.

MP Election: 17 बार जमानत जब्त करा चुका है ये नेता, एक बार फिर भरा पर्चा

परमानंद तोलानी उर्फ धरतीपकड़

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डीएनए हिंदी: मध्य प्रदेश में इन दिनों नगर निगम (Municipal Elections) चुनावों को लेकर सरगर्मी तेज है. राज्य में बीजेपी और कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों के नाम का ऐलान कर दिया है. लेकिन इस बीच एक निर्दलीय प्रत्याशी की सबसे ज्यादा चर्चा हो रही है. यह प्रत्याशी अलग-अलग चुनाव में एक या दो बार नहीं, बल्कि 17 बार अपनी जमानत जब्त करा चुका है. लेकिन इसके बावजूद 62 वर्षीय इस रीयल एस्टेट कारोबारी ने आसन्न नगर निगम चुनाव के लिए फिर पर्चा भरा है.

अधिकारियों ने बताया कि परमानंद तोलानी ने इंदौर नगर निगम चुनाव में महापौर पद के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के रूम में शनिवार को पर्चा भरा है. यहां 6 जुलाई को मतदान होना है. तोलानी 'इंदौरी धरतीपकड़' के नाम से भी राज्य में मशहूर है. तोलानी ने कहा कि यह बतौर उम्मीदवार उनका 18वां चुनाव होगा. मैं महापौर पद के साथ सांसद और विधायक पदों के लिए अब तक 17 बार चुनाव लड़ चुका हूं.

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'धरतीपकड़' नाम से मशहूर
बता दें कि कारोबारी परमानंद तोलानी का परिवार दो पीढ़ियों से लगातार चुनाव लड़ने की अनूठी परंपरा के लिए चर्चित है. लेकिन अभी तक इस परिवार ने एक भी चुनाव में जीत का स्वाद नहीं चखा है. चुनावों में इसके सदस्यों की हर बार जमानत जब्त हुई. लोग इन्हें 'इंदौरी धरतीपकड़'कहकर पुकारने लगे हैं.

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निभा रहे खानदानी परंपरा
 रीयल एस्टेट कारोबारी तोलानी का कहना है कि भले ही उनकी हर बार जमानत जब्त हो गई हो लेकिन मैंने हिम्मत नहीं हारी है. वह फिर चुनाव लड़कर उनके 'खानदान की परंपरा' निभाने को अडिग हैं. उन्होंने कहा कि मेरे पिता मेठाराम तोलानी ने अपने जीवनकाल में 30 वर्ष तक लगातार अलग-अलग चुनाव लड़े थे. साल 1988 में उनके निधन के बाद 1989 से मैंने चुनाव लड़ना शुरू कर दिया था.'

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