Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

आज से Budget Session होगा शुरू, Economic Survey से सामने आएगी देश की आर्थिक स्थिति

राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ आज से संसद का बजट सत्र शुरू हो रहा है.  

आज से Budget Session होगा शुरू, Economic Survey से सामने आएगी देश की आर्थिक स्थिति

राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने 8 सीटों पर जीत दर्ज की है. 

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदीः संसद का बजट सत्र ( Budget Session) सोमवार यानी आज से शुरु हो रहा है. राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ सत्र की शुरूआत होगी. इसके बाद लोकसभा में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ( Finance Minister Nirmala Sitharaman) साल 2021-22 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey)  रिपोर्ट पेश करेंगी. बजट ( Budget)के ठीक एक दिन पहले पेश होने वाले इकोनॉमिक सर्वे (Economic Survey) से भारतीय अर्थव्यवस्था ( Indian Economy) ने मौजूदा वित्तीय साल में कैसा प्रदर्शन किया है और आने वाले समय में इसकी दिशा दिशा कैसी रहेगी. 

यह भी पढ़ेंः Budget Session 2022: पहले 2 दिन नहीं होगा शून्य काल, जानें इस बारे में सब कुछ

संसद में हंगामे के आसार
परंपरागत तरीके से बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति के अभिभाषण से होगी. मंगलवार को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगी. सत्र से ठीक पहले पेगासस की खरीद पर अमेरिकी अखबार 'न्यू यॉर्क टाइम्स' की रिपोर्ट ने सियासी पारा बढ़ा दिया है. विपक्ष ने तीखे तेवर अपनाते हुए साफ कर दिया है कि वह संसद से सड़क तक इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरेगी. पेगासस के अलावा किसानों का मुद्दा, मंहगाई, एयर इंडिया सहित सरकारी उपक्रमों की बिक्री और कथित चीनी घुसपैठ के मुद्दे पर भी विपक्ष हमलावर रहेगा.  

यह भी पढ़ेंः Budget 2022: कृषि सेक्टर को मिल सकती है राहत, लाई जा सकती है नई स्कीम

PM मोदी अभिभाषण पर 7 फरवरी को देंगे जवाब
सोमवार को बजट सत्र के शुरू होते ही राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद संसद के दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगे. उसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण वर्ष 2021-22 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश करेंगी. एक फरवरी को वित्त मंत्री वित्त वर्ष 2022-23 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी. पीएम मोदी 7 फरवरी को अभिभाषण पर चर्चा का जवाब देंगे. कोरोना काल के साथ-साथ यह बजट सत्र चुनावी माहौल में भी शुरू होने जा रहा है. इसलिए पांच राज्यों में हो रहे चुनाव और किसान संगठनों की सक्रियता का असर भी बजट सत्र के पहले चरण में पड़ना तय माना जा रहा है.  

Advertisement

Live tv

Advertisement

पसंदीदा वीडियो

Advertisement