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क्या है चेक पेमेंट के लिए Positive Pay System, कैसे करता है काम, क्या होगा फायदा

पाॅजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा चेक से छेड़छाड़ या परिवर्तन के रूप में चेक भुगतान के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक उपाय है।

क्या है चेक पेमेंट के लिए Positive Pay System, कैसे करता है काम, क्या होगा फायदा
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डीएनए हिंदीः आज से बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda) ने पाॅजिटिव पे सिस्टम (Positive Pay System) को लागू कर दिया है। अब सवाल यह है कि आखिर ये है क्या। पाॅजिटिव पे सिस्टम भारतीय रिजर्व बैंक (Reserve Bank of India) द्वारा चेक से छेड़छाड़ या परिवर्तन के रूप में चेक भुगतान के माध्यम से होने वाली धोखाधड़ी को रोकने के लिए एक उपाय है। चेक जारी करने वाला मुख्य बातों की दोबारा से पुष्टि करता है जिसे भुगतान की प्रोसेस के दौरान चेक आने पर क्रॉस-चेक किया जा सकता है। यदि पाॅजिटिव पे के माध्यम से प्रदान किया गया चेक डिटेल प्रस्तुत किए गए चेक की डिटेल से मेल खाता है, तो पेमेंट को प्रोसेस कर दिया जाता है वर्ना चेक को वापस कर दिया जाता है। 

क्या है लिमिट 
पॉजिटिव पे पैसों की सेफ्टी इंश्योर करता है. कुछ बैंकों ने 50,000 रुपये और उससे अधिक के चेक को पॉजिटिव पे सिस्टम के माध्यम से वेरिफिकेशन के लिए अनिवार्य कर दिया है. कुछ बैंकों ने इस सुविधा को ऑप्शनल रखा है.

पॉजिटिव पे डिटेल्स 
पॉजिटिव पे के लिए, चेक जारी करने वाले या जारीकर्ता को ग्राहक का खाता नंबर, चेक नंबर, चेक की तारीख, राशि और लाभार्थी का नाम देना होगा.

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प्रोसेस
सभी डिटेल अकाउंट होल्डर द्वारा रजिस्टर्ड ईमेल आईडी के माध्यम से या शाखा में जाकर या इंटरनेट बैंकिंग एवं मोबाइल बैंकिंग के माध्यम से जमा करनी होगी. लाभार्थी को निर्बाध भुगतान के लिए, ये डिटेल प्राप्तकर्ता द्वारा चेक बैंक में देने से एक दिन पहले देनी होंगी. एक बार बैंक द्वारा डिटेल प्राप्त हो जाने के बाद, इन्हें क्रॉस-चेक किया जाता है और प्रस्तुत चेक इंस्ट्रूमेंट के साथ वेरिफाई किया जाता है और फिर भुगतान की प्रक्रिया की जाती है.

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ध्यान देने योग्य बात
पॉजिटिव पे के लिए दी गई डिटेल अंग्रेजी भाषा में होनी चाहिए. हाई वैल्यू वाले फंड ट्रांसफर करने के लिए ऑप्शनल थर्ड पार्टी पेमेंट मेथड्स जैसे आरटीजीएस या एनईएफटी का उपयोग करना बेहतर है.

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