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Golden Temple Blast: गोल्डन टैंपल के पास 32 घंटे में दूसरा ब्लास्ट, क्या बड़ी साजिश की रिहर्सल? पढ़ें 5 पॉइंट्स में पूरी बात

Amritsar Blast: अमृतसर स्वर्ण मंदिर से पंजाब ही नहीं वैश्विक स्तर पर आस्था जुड़ी हुई हैं. यहां हल्की सी हलचल पूरे पंजाब को अशांत कर देती है. ऐसे में ये धमाके पंजाब में खालिस्तान आंदोलन को भड़काने की साजिश का हिस्सा हो सकते हैं.

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Golden Temple Blast: गोल्डन टैंपल के पास 32 घंटे में दूसरा ब्लास्ट, क्या बड़ी साजिश की रिहर्सल? पढ़ें 5 पॉइंट्स में पूरी बात

Golden Temple Blast

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डीएनए हिंदी: Punjab News- पंजाब के अमृतसर में मौजूद श्री हरमिंदर साहिब यानी स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) के करीब 32 घंटे के अंदर दो बम धमाकों ने सरकारी एजेंसियों के कान खड़े कर दिए हैं. यहां शनिवार देर रात 12 बजे हुए धमाके में 6 लोग जख्मी हुए थे, जबकि दूसरा धमाका सोमवार सुबह करीब 6.30 बजे हुआ है. इस धमाके में किसी को नुकसान नहीं हुआ है. दोनों धमाके गोल्डन टैंपल के करीब हेरिटेज स्ट्रीट पर हुए है, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की आवाजाही रहती है. भारत ही नहीं विदेशों तक में श्रद्धा का केंद्र गोल्डन टैंपल के इतने करीब दो बम धमाकों ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस हर एंगल से जांच कर रही है, लेकिन सवाल यही पूछा जा रहा है कि ये दो छोटे बम धमाके कहीं किसी बड़ी साजिश की रिहर्सल तो नहीं हैं? यह सवाल क्यों उठा है और पुलिस की जांच अब तक क्या कह रही है, आइए 5 पॉइंट्स में पूरी बात समझते हैं. 

1. पंजाब की नब्ज कहा जाता है गोल्डन टैंपल

अमृतसर का गोल्डन टैंपल सिख धर्म के सबसे पवित्र स्थलों में से एक है. इसकी नींव करीब 400 साल पहले सिखों के चौथे गुरू रामदास ने रखी थी. इसे पूरे पंजाब की नब्ज कहा जाता है. यहां होने वाली हल्की सी हलचल का असर पंजाब ही नहीं विदेशों तक दिखाई देता है. इसका नजारा 1984 में हुए ऑपरेशन ब्लू स्टार (Operation Blue Star) से लगाया जा सकता है, जो पंजाब में 80-90 के दशक में खालिस्तानी आतंकी हिंसा फैलाने की शुरुआत करने वाले जरनैल सिंह भिंडरावाले को पकड़ने के लिए चलाया गया था. उस समय गोल्डन टैंपल के अंदर भारतीय सेना के कदम रखने और यहां आपस में हुई गोलाबारी से मंदिर को पहुंचे नुकसान का नतीजा बड़े पैमाने पर जनभावनाएं भड़कने के तौर पर सामने आया था. पंजाब में आतंकी हिंसा चरम पर पहुंच गई थी, जबकि तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनके ही सिख बॉडीगार्ड्स ने गोलयों से भूनकर हत्या कर दी थी. 

 

2. अब जानते हैं वहां हुए धमाकों के बारे में

गोल्डन टैंपल के करीब 32 घंटे के अंदर दो धमाके हुए हैं. पहला धमाका शनिवार देर रात करीब 12 बजे हेरिटेज स्ट्रीट पर हुआ था. इस धमाके के कारण सारागढ़ी पार्किंग की खिड़कियों का कांच टूटकर चारों तरफ बिखर गया था, जिसकी चपेट में आकर 6 श्रद्धालु घायल हो गए थे.

दूसरा हादसा भी हेरिटेज स्ट्रीट पर ही हुआ है. यह पहले धमाके से महज 10 मीटर की दूरी पर हुआ है. इस धमाके में एक आदमी के पैर में चोट आई है. पुलिस ने शुरुआती जांच में इसे देशी बम बताया है. गोल्डन टैंपल के आसपास बेहद कड़ी सुरक्षा का घेरा रहता है. ऐसे में एक ही जगह दो दिन से भी कम समय में 2 धमाके होने के कारण ही सवाल उठ रहे हैं.

3. क्या आंतकी घटना हैं ये धमाके? पुलिस का है ये जवाब

पंजाब पुलिस के मुताबिक, दोनों धमाके बेहद कम क्षमता के थे. ये देसी बम थे. अभी तक दोनों ही धमाकों में फोरेंसिक टीम को कोई डेटोनेटर नहीं मिला है. दूसरे बम को कोल्ड ड्रिंक के टिन में डालकर विस्फोट किया गया है. पंजाब पुलिस के महानिदेशक (DGP) गौरव यादव से जब इन धमाकों के पीछे आतंकी हाथ होने की बात पूछी गई तो उन्होंने फिलहाल कुछ भी कहने को जल्दबाजी बताया. उन्होंने कहा, फिलहाल पुलिस आतंकवाद, शरारत और पर्सनल एंगल, तीनों पहलुओं के हिसाब से बम धमाकों की जांच की जा रही है. पुलिस को शनिवार रात के धमाके वाली जगह से कुछ संदिग्ध चीजें मिली थीं. उनकी फोरेंसिक रिपोर्ट का भी इंतजार किया जा रहा है.

4. पुलिस ने पूरे इलाके में किया फ्लैग मार्च

पंजाब पुलिस ने सोमवार शाम को स्वर्ण मंदिर के आसपास के पूरे इलाके में बड़े पैमाने पर पुलिस फोर्स को उतार दिया. हथियार बंद और बुलेटप्रूफ जैकेट पहने इतने सारे पुलिसकर्मियों को देखकर इलाके में खौफ फैल गया. इस फोर्स ने पूरे इलाके में फ्लैग मार्च किया है. फोर्स के साथ मौजूद ADCP अमृतसर पुलिस मेहताब सिंह ने कहा, यह फ्लैग मार्च महज लोगों के अंदर सुरक्षा की भावना बनाए रखने के लिए किया गया है. इसे किसी भी अन्य नजरिए से नहीं देखा जाए.

5. क्यों उठ रहा है बड़ी साजिश की रिहर्सल का सवाल?

पंजाब में इस समय एक बार फिर खालिस्तानी अलगाववाद भड़काने की कोशिश चल रही है. वारिस पंजाब दे (Waris Punjab De) संगठन के चीफ और खुद को 'भिंडरावाले 2.0' बता रहे अमृतपाल सिंह (Amritpal Singh) की गिरफ्तारी से इस साजिश का खुलासा हुआ है. अमृतपाल की गिरफ्तारी के बावजूद भी इस साजिश से जुड़े लोग किसी भी तरह पंजाब में जनभावनाएं भड़काकर शांति भंग करना चाहते हैं. ऐसे में स्वर्ण मंदिर जैसी संवेदनशील जगह के करीब एक नहीं दो ऐसे बम धमाके होने पर सवाल उठता है, जिनसे किसी के मरने की कोई संभावना नहीं थी.

पंजाब पुलिस के सूत्रों के मुताबिक, ऐसे धमाके महज इलाके में सुरक्षा बलों की अलर्टनेस को परखने की रिहर्सल हो सकते हैं यानी इन धमाकों के बाद कोई बड़ा धमाका हो सकता है, जिसका निशाना स्वर्ण मंदिर में आने वाले श्रद्धालु हो सकते हैं. हालांकि पुलिस और खुफिया एजेंसियां अब सतर्क हो गई हैं और माना जा रहा है कि जल्द ही इन दोनों धमाकों का पूरा सच सामने आ जाएगा.

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