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President Election 2022: अगर बना राष्ट्रपति तो नहीं लागू होने दूंगा CAA, यशवंत सिन्हा ने दिया बड़ा बयान

President Election 2022 में विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार द्वारा पास किए गए CAA को लागू करने को लेकर कहा है कि यदि वो राष्ट्रपति बने तो इसे लागू नहीं होने देंगे.

President Election 2022: अगर बना राष्ट्रपति तो नहीं लागू होने दूंगा CAA, यशवंत सिन्हा ने दिया बड़ा बयान
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डीएनए हिंदी: राष्ट्रपति चुनावों (President Election 2022) की तारीख नजदीक आ रही है और इसको लेकर सियासत भी गर्म हो रही है. इस बीच अब विपक्षी दलों के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा (Yashwant Sinha) ने कहा है कि यदि वो राष्ट्रपति बन जाते हैं तो फिर वो सीएए को लागू नहीं होने देंगे. गौरतलब है कि पहले भी वो कश्मीर की समस्या को हल करने का ऐलान किया था.

दरअसल, यशवंत सिन्हा अपने चुनावी अभियान के  दौरान आज असम पहुंचे और वहां उन्होंने जनप्रतिनिधियों से अपने समर्थन में वोट करने के लिए प्रचार किया है. इस दौरान असम के विपक्षी सांसदों के साथ बातचीत करते हुए यशवंत सिन्हा ने कहा, "भाजपा के नेतृत्व वाली सरकार सीएए को अभी तक लागू नहीं कर पाई है क्योंकि इसे जल्दबाजी में "मूर्खतापूर्ण मसौदा" की तरह बनाया गया था."

गौरतलब है कि सीएए और एनआरसी का मुद्दा हमेशा से ही असम के लिए एक ज्वलंत मुद्दा रहा है और अब इस मामले में यशवंत सिन्हा ने मोदी सरकार को निशाने पर लिया है. उन्होंने कहा, "असम के लिए नागरिकता एक बड़ा मुद्दा है और सरकार पूरे देश में अधिनियम लाना चाहती थी, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं कर पाई है."

सरकार पर लगाया आरोप

यशवंत सिन्हा ने एनआरसी (NRC) को नहीं लागू करने को लेकर सरकार पर बहानेबाजी और ढुलमुल नीति अपनाने का गंभीर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा, “पहले सरकार ने कोरोना महामारी का बहाना बनाया लेकिन अब भी वे इसे लागू नहीं कर पाए हैं क्योंकि यह जल्दबाजी में मूर्खतापूर्ण तरीके से तैयार किया गया अधिनियम है.” 

सरकार से ही है संविधान को खतरा

इसके साथ ही यशवंत सिन्हा ने केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि देश के संविधान को केंद्र की सरकार से ही खतरा है. उन्होंने आरोप लगाया कि संविधान किसी बाहरी ताकत से नहीं बल्कि सत्ता में बैठे लोगों से खतरे में है. उन्होंने कहा, "हमें इसकी रक्षा करनी होगी. अगर मैं राष्ट्रपति भवन में हूं, तो मैं यह सुनिश्चित करूंगा कि सीएए लागू न हो."

कश्मीर मुद्दा भी उठा चुके हैं यशवंत सिन्हा

आपको बता दें कि इससे पहले जब यशवंत सिन्हा जम्मू-कश्मीर के दौरे पर थे तो उन्होने सीधे तौर पर कश्मीर की स्थिति के लिए मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया था. उन्होंने वादा किया था कि अगर वो राष्ट्रपति बनते हैं तो वो किसी भी कीमत पर कश्मीर के मुद्दे को हल करने पर काम करेंगें.

हालांकि तथ्य यह भी है कि य़शवंत सिन्हा का मुकाबला एनडीए की उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से है और वे इस मामले में उनकी स्थिति इन चुनावों में ज्यादा मजूबत मानी जा रही है.

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