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MRI, X-Ray और CT-Scan में कितना है अंतर, आसान भाषा में जानें सबकुछ

What is Difference between MRI, CT-Scan and X-Ray: कई बार शरीर के अंदर समस्या होने पर हम हॉस्पिटल भागते हैं लेकिन हम में से बहुत से कम लोग एक्स-रे, एमआरआई और सिटी-स्कैन में अंतर जानते होंगे.

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MRI, X-Ray और CT-Scan में कितना है अंतर, आसान भाषा में जानें सबकुछ

MRI, CT-Scan and X-Ray

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डीएनए हिंदी: पांव में मोच से लेकर कोई बड़ी चोट लगने पर, डॉक्टर तुरंत एक्स-रे, सीटी स्कैन या एमआरआई जैसी जांच कराने के लिए कहते हैं. किसी भी चोट या बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर MRI, CT Scan और X-Ray कराने की सलाह देते हैं. अगर इन तीनों शब्दों को सुनकर आपका दिमाग भी झन्ना जाता है. तो बता दें कि हड्डी के टूटने का पता लगाने के लिए एक्स-रे, दिमाग में समस्या आने पर CT Scan या MRI की सलाह दी जाती है. बता दें कि शरीर के अलग-अलग हिस्सों की भी MRI होती है.

क्या होता है X-Ray? 

X-Ray को रेडियोग्राफ (What is X-Ray) भी कहते हैं. इस टेक्नोलॉजी के जरिये शरीर के अंदर रेडिएशन भेजा जाता है. बॉडी के सॉफ्ट टिश्यूज के आर-पार रेडिएशन आसानी से आर-पार हो जाता है जबकि कैल्शियम वाली जगहों यानि हड्डी या दांत वाली जगह से रेडिएशन आर-पार नहीं जा पाता है. मालूम हो कि इसे महज कुछ ही मिनटों में किया जा सकता है जिसे फर्स्ट लाइन इमेजिंग कहा जाता है जबकि हड्डियों के टूटने, जॉइंट स्पेस जैसी चीजों के लिए एक्स-रे किया जाता है.

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क्या होता है CT Scan?

CT Scan के जरिये शरीर में रेडिएशन (What is CT-Scan) भेजा जाता है. इसे कंप्यूटेड टोमोग्राफी कहते हैं. इस टेक्नोलॉजी में बॉडी के ढांचे का 360 डिग्री कंप्यूटराइज्ड इमेज बन जाता है. इसमें बॉडी का डिटेल्ड स्कैन किया जाता है. इसमें सिर्फ 1-2 मिनट का समय लगता है. इसके जरिये ब्लड क्लॉट, बोन फ्रैक्चर जैसी चीजों की इमेजिंग की जाती है. इस टेक्नोलॉजी की खासियत है कि जो चीजें एक्स-रे में पता नहीं चल पाती हैं. वह सब सिटी-स्कैन में पता चल जाती हैं.

क्या होता है MRI?

MRI काफी पॉवरफुल मैग्नेट होता है जिसे रेडियो वेव (What is MRI) के जरिये बॉडी में भेजा जाता है. इसे मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग कहते हैं. इस टेक्नोलॉजी के पॉवरफुल वेव को प्रोटोन रिएक्ट करते हैं जिसकी वजह से बॉडी के अंदरूनी हिस्सों की काफी क्लियर इमेज आती है. इसमें सॉफ्ट टिश्यू से लेकर ब्लड वेसल्स तक की पिक्चर बन जाती है. बता दें कि MRI को स्पोर्ट्स इंजरी और मस्कुलोस्केटल कंडीशंस में किया जाता है. इसमें लगभग 10 मिनट तक का टाइम लगता है.     

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