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Eknath Shinde गुट के विधायक के दफ्तर पर हमला, शिवसैनिकों पर आरोप

Maharashtra में जारी सियासी संग्राम के बीच शिवसेनिकों का हुड़दंग भी देखने को मिला है. बागी गुट से नाराज शिवसेना के कार्यकर्ताओं ने विधायक मंगेश कुन्डालकर के दफ्तर में तोड़फोड़ की है.

Eknath Shinde गुट के विधायक के दफ्तर पर हमला, शिवसैनिकों पर आरोप

शिवसेना कार्यकर्ताओं का हुड़दंग

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डीएनए हिंदी: महाराष्ट्र में जारी सियासी संग्राम के बीच महाराष्ट्र के कुर्ला से बड़ी खबर है. कुर्ला से शिवसेना के बागी विधायक मंगेश कुन्डालकर के दफ्तर में शिवसैनिकों ने तोड़फोड़ की है. घटना के वीडियो में बड़ी संख्या में शिवसेना कार्यकर्ता मंगेश कुन्डालकर के दफ्तर का गेट तोड़ते दिखाई दे रहे हैं. इसके अलावा भी राज्य में कई जिलों से शिंदे के साथ बागी विधायकों वाले होर्डिंग या बोर्ड को शिवसेना कार्यकर्ताओं द्वारा निशाना बनाने की कुछ घटनाएं सामने आई हैं. पश्चिमी महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शिवसेना समर्थक बड़ी संख्या में सड़कों पर उतर आए और बागी नेताओं के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.

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प्रदर्शनों के चलते महाराष्ट्र पुलिस सतर्क
महाराष्ट्र में पुलिस अधिकारियों ने शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किये जाने की आशंका के मद्देनजर पूरे राज्य में अलर्ट जारी किया. एक अधिकारी ने बताया कि वरिष्ठ नेता एवं मंत्री एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना समर्थकों के विरोध प्रदर्शन किए जाने की आशंका है. उन्होंने कहा कि सभी जिलों के पुलिस अधीक्षकों और पुलिस आयुक्तों को अलर्ट जारी कर किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए कदम उठाने को कहा गया है.

उद्धव ने जिला अध्यक्षों से की बात
राज्य में अस्थिर सियासी माहौल के बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अपनी पार्टी के पदाधिकारियों से शुक्रवार को बातचीत की और पार्टी तथा महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार के अस्तित्व को लेकर जारी आशंकाओं को दूर करने का प्रयास किया. उन्होंने दावा किया है कि उनके नेतृत्व वाला गुट ‘असली शिवसेना’है. मध्य मुंबई के दादर में शिवसेना भवन में पार्टी की जिला इकाई के प्रमुखों और 'संपर्क प्रमुखों' को डिजिटल माध्यम से संबोधित करते हुए उद्धव ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास खाली कर दिया है, लेकिन उनका दृढ़ संकल्प बरकरार है. 

उन्होंने कहा, "पहले भी पार्टी में विद्रोह होने के बावजूद शिवसेना दो बार सत्ता में आई. मैंने मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास ‘वर्षा’ खाली कर दिया है, लेकिन अपना दृढ़ संकल्प नहीं छोड़ा." ठाकरे ने कहा कि पिछले ढाई साल में उन्होंने अपनी खराब सेहत के साथ-साथ कोविड-19 महामारी से लड़ाई लड़ी, लेकिन विरोधियों ने इस स्थिति का फायदा उठाया. शिवसेना, एकनाथ शिंदे के अलग होने और कई विधायकों के समर्थन से उनके एक विद्रोही गुट बनाने के बाद पार्टी के अंदर बगावत का सामना कर रही है. शिंदे वर्तमान में शिवसेना के कम से कम 38 बागी विधायकों और 10 निर्दलीय विधायकों के साथ गुवाहाटी में डेरा डाले हुए हैं.

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