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'सीजनल हिंदू हैं', गिरिराज सिंह ने कांग्रेसी नेताओं को क्यों लगाई फटकार?

अयोध्या के राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में कांग्रेस पार्टी के नेता शामिल नहीं होंगे. कांग्रेस के इस फैसले को लेकर बीजेपी हमलावर है.

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'सीजनल हिंदू हैं', गिरिराज सिंह ने कांग्रेसी नेताओं को क्यों लगाई फटकार?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी. (फाइल फोटो)

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डीएनए हिंदी: अयोध्या में रामलला के मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में देशभर के दिग्गज पहुंच रहे हैं. राजनीति से लेकर उद्योग जगत की प्रमुख हस्तियां इस समारोह का हिस्सा होंगी. कांग्रेस के दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और सोनिया गांधी को श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने न्योता भेजा था. कांग्रेस ने सामूहिक बयान देकर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने से इनकार कर दिया. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने 22 जनवरी को होने वाले इस कार्यक्रम पर कांग्रेस के रुख को लेकर फटकार लगाई है.

केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा, 'ये लोग सीजनल हिंदू हैं, जब उन्हें लगता है कि उन्हें वोट लेना है तो वे नरम हिंदू बनने की कोशिश करते हैं. जवाहरलाल नेहरू के बाद से कांग्रेस में कोई भी अयोध्या नहीं गया. यह कांग्रेस पार्टी ही थी जिसने मामले को अदालत में लंबित करने का काम किया था, इसलिए उनके पास अयोध्या जाने की नैतिक ताकत नहीं है.'

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अयोध्या से दूरी बरत रही है कांग्रेस
बुधवार को, कांग्रेस ने एक बयान में कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और लोकसभा में सदन के नेता अधीर रंजन चौधरी इस समारोह में शामिल नहीं होंगे. कांग्रेस ने इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ और बीजेपी का कार्यक्रम बताया है. 

कांग्रेस ने मंदिर को बताया RSS-BJP का इवेंट
कांग्रेस ने अपने बयान में कहा था, 'धर्म एक व्यक्तिगत मामला है लेकिन आरएसएस-बीजेपी ने लंबे समय से अयोध्या में मंदिर का राजनीतिक प्रोजेक्ट बनाया है. भाजपा और आरएसएस के नेताओं द्वारा अधूरे मंदिर का उद्घाटन स्पष्ट रूप से चुनावी लाभ के लिए किया गया है.' बीजेपी ने इस बयान की कड़ी आलोचना की है.

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शिवराज ने भी कांग्रेस को लताड़ा
कांग्रेस के इस बयान पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा, 'राम हमारे भगवान हैं. वह भारत की आत्मा और पहचान का प्रतिनिधित्व करते हैं. कांग्रेस द्वारा प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना भारत की अस्मिता और संस्कृति की अस्वीकृति है. कांग्रेस के ऐसे रुख के कारण ही वह आज हाशिये पर आ गई है.'

कब जन्मभूमि में विराजमान होंगे रामलला
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 22 जनवरी को भव्य मंदिर में राम लला की मूर्ति की स्थापना में शामिल होने के लिए तैयार हैं. मंदिर के अधिकारियों के मुताबिक यह समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा. लक्ष्मी कांत दीक्षित 22 जनवरी को रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का मुख्य अनुष्ठान करेंगे.

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