Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

क्या होता है फ्लैग बियरर, किस एथलीट को मिलता है ये सम्मान, जानें सब कुछ

Tokyo 2020 ओलंपिक के बाद से सभी मल्टी स्पोर्ट्स आयोजनों में दो फ्लैग बियर्र्स को चुना जाता है. बर्मिंघम में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों के लिए बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को ध्वजवाहक चुना गया.

Latest News
क्या होता है फ्लैग बियरर, किस एथलीट को मिलता है ये सम्मान, जानें सब कुछ

क्या होता है फ्लैग बियरर

FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजकों ने उद्घाटन समारोह के दौरान प्रत्येक देश का नेतृत्व करने के लिए दो ध्वजवाहकों को चुनने के लिए कहा, जिसमें एक पुरुष और एक महिला एथलीट शामिल होगी. टोक्यो 2020 ओलंपिक से समानता को दर्शाने के लिए दो फ्लैग बियरर का प्रचलन शुरू हुआ. ओलंपिक में पहली बार भारत की ओर से दो ध्वजवाहक 2021 में शामिल हुए थे. जब टोक्यो 2020 में मनप्रीत सिंह और मैरी कॉम ने नेशन परेड में देश का नेतृत्व किया. उसके बाद अब बर्मिंघम में आयोजित हो रहे राष्ट्रमंडल खेलों में भी सभी देश के दो ध्वजवाहक अपने अपने देश का नेतृत्व करेंगे.

सुरेश रैना से लेकर अमित मिश्रा तक, ये हैं वो पांच भारतीय क्रिकेटर जिनको जाना पड़ा था जेल

क्या होता है फ्लैग बियरर

ओलंपिक गेम्स, एशियाई खेल और कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए सभी देश अपने दल को भेजते हैं. जिनसे पदक की उम्मीद होती है. खेलों के शुरू होने से पहले उद्घाटन समारोह आयोजित किया जाता है. इस उद्घाटन समारोह में राष्ट्रो का परेड होता है, जहां सभी देश के फ्लैग बियरर यानी ध्वजवाहक अपने देश का झंडा लिए सबसे आगे चलते हैं और उनके पीछे पूरा दल होता है. पहले सिर्फ एक ध्वजवाहक हुआ करते थे लेकिन टोक्यो ओलंपिक से सभी देशों को अपने नेशन परेड के लिए दो ध्वजवाहकों को चुनना होता है. ध्वजवाहक चुनने के जिम्मेदारी प्रत्येक देश के ओलंपिक संघ की होती है.

Manpreet Singh And Mary Kom

बर्मिंघम में चल रहे कॉमनवेल्थ गेम्स के लिए नीरज चोपड़ा को पहले ध्वजवाहक के रूप में चुना गया था लेकिन उनके चोटिल होने के बाद से बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु और भारतीय हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह को ध्वजवाहक चुना गया. सिंधु ने रियो ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीता था, तो टोक्यो में उन्होंने कांस्य पर कब्जा किया था. वहीं भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कप्तान मनप्रीत सिंह ने टोक्यो में भारत को ऐतिहासिक कांस्य पदक दिलाया था.

कौन चुनता है फ्लैग बियरर

आपको बता दें कि भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) ने कार्यवाहक अध्यक्ष अनिल खन्ना, महासचिव राजीव मेहता, कोषाध्यक्ष आनंदेश्वर पांडे और टीम इंडिया शेफ डी मिशन राजेश भंडारी की चार सदस्यीय आयोग का गठन किया था, जिन्हें ध्वजवाहकों को चुनने की जिम्मेदारी दी गई थी. महिला ध्वजवाहक के लिए तीन एथलीटों को शॉर्टलिस्ट किया गया था. जिसमें वेटलिफ्टर मीराबाई चानू, मुक्केबाज लवलीना बोरगोहेन और बैडमिंटन खिलाड़ी पीवी सिंधु शामिल थीं. तीनों ने पिछले साल टोक्यो ओलंपिक में पदक जीते थे.

PV Sindhu At Gold Cost 2018

सिंधु ने साल 2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में सिल्वर मेडल जीता था, जिसकी वजह से उन्हें ये सम्मान दिया गया. पुरुष फ्लैग बियरर के लिए मुक्केबाज अमित पंघल, टेबल टेनिस खिलाड़ी अचंता शरत कमल और हॉकी खिलाड़ी मनप्रीत सिंह को चुना गया था. टोक्यो में मनप्रीत एंड कंपनी के प्रदर्शन को आधार मानते हुए आयोग ने मनप्रीत को पुरुष फ्लैग बियरर के रुप में चुना. इससे पहले गोल्ड कोस्ट 2018 खेलों के लिए पीवी सिंधु को ध्वजवाहक चुना गया था.

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों Latest News पर अलग नज़रिया, अब हिंदी में Hindi News पढ़ने के लिए फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement