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Mominpur Violence: सांप्रदायिक हिंसा के बाद तनाव, शुवेंदु अधिकारी ने MHA को लिखी चिट्ठी, हाई कोर्ट में याचिका दायर

Mominpur Violence Update: बंगाल के मोमिनपुर में हुई हिंसा का मामला अब केंद्रीय गृह मंत्रालय और कलकत्ता हाई कोर्ट तक पहुंच गया है.

Mominpur Violence: सांप्रदायिक हिंसा के बाद तनाव, शुवेंदु अधिकारी ने MHA को लिखी चिट्ठी, हाई कोर्ट में याचिका दायर

हाई कोर्ट तक पहुंच गया मोमिनपुर हिंसा का मामला

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डीएनए हिंदी: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मोमिनपुर इलाके में रविवार को जमकर सांप्रदायिक हिंसा (Mominpur Violence) हुई. दो समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए और जमकर तोड़फोड़ के बाद आगजनी भी की गई. कई इलाकों में दुकानें लूट ली गईं. इस मामले में अभी तक कुल चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोप लगाए हैं कि हिंदुओं को इस कदर प्रताड़ित किया जा रहा है कि वे अपने घरों को छोड़कर चले गए हैं. बीजेपी नेता शुवेंदु अधिकारी (Suvendu Adhikhari) ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है. वहीं, कलकत्ता हाई कोर्ट (Calcutta High Court) में एक जनहित याचिका दायर करके मांग की गई है कि हिंसा ग्रस्त इलाके में केंद्रीय सुरक्षा बलों की जल्द से जल्द तैनाती की जाए.

कलकत्ता हाई कोर्ट में दायर की गई जनहित याचिका में कहा गया है कि एकबलपुर (मोमिनपुर) में हिंसा के बाद पुलिस इन घटनाओं को रोकने में नाकामयाब रही है. ऐसे में यहां जल्द से जल्द केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए. पश्चिम बंगाल विधानसभा में नेता विपक्ष शुवेंदु अधिकारी ने भी गृह मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर मांग की है कि केंद्रीय सुरक्षा बलों की तैनाती की जाए. उन्होंने राज्यपाल एल. गणेशन से भी मिलने का समय मांगा है.

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'थाने को घेर लिया, ममता बनर्जी ने दी है हिंसा की खुली छूट'
बीजेपी सांसद सौमित्र खान ने कहा है, 'यह सब कुछ टीएमसी की ओर से प्लान किया गया था. ममता बनर्जी भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान भटकाने के लिए सांप्रदायिक हिंसा का सहारा ले रही हैं.' पश्चिम बंगाल बीजेपी के चीफ सुकांत मजूमदार ने कई वीडियो शेयर करके आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने पुलिस थाने को ही घेर लिया लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होने कहा है कि ममता बनर्जी ने एक समुदाय को हिंसा की खुली छूट दे रखी है.

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रिपोर्ट के मुताबिक, यह विवाद तब शुरू हुआ जब कुछ लोगों ने ईद मिलाद-उन-नबी के मौके पर एक धार्मिक झंडे को फाड़ दिया. इसी को लेकर दोनों समुदायों के लोग आमने-सामने आ गए. पत्थरबाजी और आगजनी भी खूब हुई. आरोपियों की गिरफ्तारी कि लिए लोगों की भीड़ एकबलपुर थाने पहुंच गई थी.

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