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T20 World Cup: जिस खिलाड़ी ने भारत को जिताए दो विश्वकप, वही एक पारी की वजह से बन गया विलेन

टी20 विश्वकप 2007 और वनडे विश्वकप 2011 में अपने शानदार प्रदर्शन से भारत को खिताब दिलाने वाला दिग्गज अपनी एक पारी की वजह से विलेन बन गया था.

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T2o World Cup

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डीएनए हिंदी: 2007 में टी20 विश्वकप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम 2014 टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंच गई. साल T20 World Cup 2007 के फाइनल में भी भारतीय टीम के सामने एक एशियाई टीम थी. जहां भारत ने पाकिस्तान को हराकर पहली बार क्रिकेट के सबसे छोटे फॉर्मेट का खिताब जीता था. साल 2014 के फाइनल में भी भारतीय टीम के सामने एशियाई चुनौती थी लेकिन इस बार सामने श्रीलंका थी. श्रीलंका ने टॉस जीता और भारत को पहले बल्लेबाजी करने का न्यौता दिया. बांग्लादेश के शेर-ए-बांग्ला स्टेडियम में खेले जा रहे इस मुकाबले में भारतीय टीम के तीन ऐसे खिलाड़ी थे जो पहले भी टी20 विश्वकप का फाइनल खेल चुके थे. 

दूसरी बार फाइनल खेल रहे थे तीन खिलाड़ी

खिताबी मुकाबले में भारतीय टीम की शुरुआत अच्छी नहीं रही और रोहित शर्मा (Rohit Sharma) के साथ पारी की शुरुआत करने आए अजिंक्या रहाणे (Ajinkya Rahane) 3 रन बनाकर आउट हो गए. इसके बाद रोहित शर्मा और विराट कोहली (Virat Kohli) ने पारी संभाली और स्कोर 50 के पार पहुंचाया. रोहित के आउट होने के बाद युवराज सिंह (Yuvraj Singh) ने मोर्चा संभाला लेकिन उस दिन युवराज का दिन नहीं था. टी20 क्रिकेट इतिहास का सबसे तेज अर्धशतक जड़ने वाले बल्लेबाज ने इतनी धीमी पारी खेली की भारतीय टीम 130 रन से आगे नहीं बढ़ सकी. हालांकि विराट कोहली ने 58 गेंद पर 77 रन बनाकर टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. 

ये टीम पाकिस्तान के खिलाफ कर चुकी है उलटफेर, अब भारत से होगा मुकाबला

उस मैच में युवराज सिंह ने 21 गेंदों में 11 रन की पारी खेली थी. शायद ये पहली पारी होगी जिसमें युवराज ने 20 से अधिक गेंद का सामना करने के बाद भी एक बाउंड्री नहीं लगाई थी. भारत ने श्रीलंका के सामने 131 रनों का लक्ष्य रखा. 130 रन के सामने भी भारतीय गेंदबाजों ने शुरुआत में काफी चुनौती पेश की. 12 ओवर में 80 के भीतर 4 मुख्य बल्लेबाजों को पवेलियन की राह दिखाने वाले गेंदबाज कुमार संगाकारा का विकेट हासिल नहीं कर सके. उस मैच में संगाकारा ने नाबाद 51 रनों की पारी खेली और श्रीलंका को जीत दिला दी. 

मैच के बाद युवराज की काफी आलोचना हुई. क्रिकेट फैस उनके दो विश्वकप में कारनामें को पल भर में भूल गए और उस रात किस्मत ने सिक्सर किंग का देश का विलेल बना दिया. युवराज सिंह को टीम से बाहर कर दिया गया. वेस्टइंडीज के खिलाफ 2017 में अपना आखिरी वनडे खेल युवराज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया. 

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