Twitter
Advertisement
  • LATEST
  • WEBSTORY
  • TRENDING
  • PHOTOS
  • ENTERTAINMENT

Inspirational Story: डिलिवरी बॉय बना सॉफ्टवेयर इंजीनियर, ऐसे हासिल की कामयाबी

शेख ने बताया कि वह कोडिंग सीखने के लिए शाम 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक डिलीवरी का काम किया करते थे.

Inspirational Story: डिलिवरी बॉय बना सॉफ्टवेयर इंजीनियर, ऐसे हासिल की कामयाबी
FacebookTwitterWhatsappLinkedin

डीएनए हिंदी: सोशल मीडिया एक फूड डिलिवरी बॉय की सक्सेस स्टोरी बहुत ही वायरल हो रही है. खबर जानकर आपको हैरानी भी होगी और प्रेरणा भी मिलेगी कि किस तरह इस शख्स ने फूड डिलिवरी का काम करते हुए पढ़ाई जारी रखी और आज एक इंजीनियर बन गया है. शेख अब्दुल सत्तार ने अपने संघर्ष की कहानी लिंक्डइन पर शेयर की. इस वायरल पोस्ट में शेख ने बताया कि पहले वह अपने परिवार को आर्थिक रूप से सपोर्ट करने के लिए ओला, स्विगी, ऊबर, रैपिडो और जोमैटो के लिए काम करते थे.

उन्होंने लिखा, मैं एक डिलीवरी बॉय हूं मेरा एक सपना है. मैंने ओला, स्विगी, ऊबर, रैपिडो, जोमैटो के साथ काम किया. मैं कॉलेज के फाइनल ईयर के बाद से हर जगह रहा हूं. क्योंकि मेरे पिता एक कॉन्ट्रेक्ट कर्मचारी हैं इसलिए हमारे पास बस इतना ही पैसा था कि हम अपना गुजारा कर सकें. मैं पैसों की तंगी से परिवार को बचाने के लिए हर तरह का काम करता था. मैं शुरू में डरपोक था लेकिन एक डिलीवरी बॉय होने के नाते मैंने बहुत कुछ सीखा.

अपनी सक्सेस स्टोरी को शेयर करते हुए शेख अब्दुल सत्तार ने बताया, मेरे एक दोस्त ने जोर देकर कोडिंग कोर्स ज्वाइन करने को कहा. इससे मुझे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर बनने में मदद मिली.

यह भी पढ़ें: VIRAL NEWS: पत्नी के साथ सेक्स के बाद गई 66 साल के शख्स की याददाश्त

शेख ने बताया कि वह कोडिंग सीखने के लिए शाम 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक डिलीवरी का काम किया करते थे. उन्होंने कहा, 'मैंने अपनी जॉब से जो पैसा कमाया उसे पॉकेट मनी के तौर पर इस्तेमाल किया और अपने परिवार की छोटी-छोटी जरूरतें भी पूरी कीं. जल्द ही मैं खुद वेब एप्लिकेशन तैयार करने लगा. मैंने कुछ प्रोजेक्ट पूरे किए और नौकरी के लिए कंपनियों में आवेदन करना शुरू कर दिया.

शेख ने कहा, मुझे डिलीवरी एजेंट होने के अपने काम पर गर्व है क्योंकि मेरे कर्तव्य ने मुझे बहुत कुछ सिखाया. “मेरे डिलीवरी बॉय के अनुभव ने मुझे लोगों से मेलजोल बढ़ाने में मदद की. आज जॉब के बाद ऐसी स्थिति में आ गया जहां मैं अपने माता-पिता के कर्ज को कुछ महीनों की सैलरी से चुका सकता हूं.

यह भी पढ़ें: मरे हुए बच्चे को लेकर 7KM तक भागती रही 'मां' हाथी, हालत देख छलक जाएंगे आंसू  

 

देश-दुनिया की ताज़ा खबरों पर अलग नज़रिया, फ़ॉलो करें डीएनए हिंदी को गूगलफ़ेसबुकट्विटर और इंस्टाग्राम पर.

Advertisement

Live tv

Advertisement
Advertisement