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USA Election: अमेरिका में परसों मतदान, मध्यावधि चुनाव तय करेगा बाइडेन का भविष्य, जानें क्या है कारण

अमेरिका में 8 नवंबर को मतदान होना है. इन चुनाव में यदि रिपब्लिकन पार्टी हावी रहती है तो अमेरिकी संसद में उसी के मनमुताबिक निर्णय होंगे.

USA Election: अमेरिका में परसों मतदान, मध्यावधि चुनाव तय करेगा बाइडेन का भविष्य, जानें क्या है कारण
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डीएनए हिंदी: अमेरिका में मध्यावधि चुनाव (USA Election 2022) का दिन नजदीक आ गया है. वहां 8 नवंबर को 50 राज्यों के 435 जिलों में मतदान होगा. अमेरिकी संसद (US Congress) के निचले सदन हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स (House of Representatives) की सभी 435 सीटों पर, जबकि ऊपरी सदन सीनेट (US Senate) की एक तिहाई यानी 34 सीट पर चुनाव है. ये चुनाव बेहद अहम हैं, क्योंकि पिछले दो साल से अमेरिकी सत्ता पर डेमोक्रेट्स का कब्जा रहा है. हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में बहुमत के साथ ही राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) और संसद की स्पीकर नैंसी पेलोसी (Nancy Pelosi) भी डेमोक्रेटिक पार्टी से ही हैं, लेकिन इन चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के भारी पड़ने पर 3 जनवरी 2023 से 3 जनवरी 2025 तक अमेरिका के फैसले उनके हाथ में रहेंगे. इस कारण देश की 118वीं संसद के गठन पर सभी की नजर लगी हुई है.

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पहले समझते हैं अमेरिका की संसदीय प्रक्रिया

  • अमेरिका में हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में 435 सीट हैं, जबकि सीनेट में 100 सीट हैं.
  • रिप्रजेंटेटिव्स का कार्यकाल 2 साल का है यानी उन पर हर 2 साल बाद चुनाव होता है.
  • सीनेट सदस्य 6 साल तक रहते हैं, जिनमें एक तिहाई का चुनाव हर 2 साल में होता है.
  • हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स के निर्वाचन क्षेत्र जनसंख्या के अनुपात में गठित किए गए हैं.
  • सीनेट के निर्वाचन क्षेत्र भौगोलिक अनुपात में हैं, जिनमें हर राज्य से 2-2 सदस्य आते हैं.

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साल 2024 के राष्ट्रपति चुनाव का सेमीफाइनल

किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति के कार्यकाल में 2 बार संसदीय चुनाव होता है. इनमें से राष्ट्रपति के कार्यकाल के 2 साल बाद होने वाला चुनाव सबसे ज्यादा अहम होता है. इस चुनाव के परिणाम को राष्ट्रपति के अब तक के कार्यकाल का लेखा-जोखा माना जाता है. साथ ही 2 साल बाद होने वाले अगले राष्ट्रपति चुनाव का 'पूर्वानुमान' भी माना जाता है. ऐसे में यदि राष्ट्रपति की पार्टी के कैंडिडेट हारते हैं, तो इसे राष्ट्रपति की लोकप्रियता में आई कमी और उनके दो साल के कार्यकाल को लेकर जनता की नाखुशी से जोड़ा जाता है. अमेरिका में भी साल 2024 में अगले राष्ट्रपति चुनाव होंगे. यदि आगामी चुनाव में राष्ट्रपति बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी का रिजल्ट उनके अगले दो साल के कार्यकाल को प्रभावित करने जा रहा है. 

ये चुनाव अमेरिका में साल 2020 की जनगणना के आधार पर हुए परिसीमन के तहत हो रहे हैं. इसका भी असर चुनाव परिणाम पर देखने को मिल सकता है. 

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कई मोर्चे पर फेल रहे हैं अभी तक बाइडेन

राष्ट्रपति जो बाइडेन का 2 साल का कार्यकाल कई मोर्चे पर जनता की नापसंदगी वाला रहा है. अफगानिस्तान से अमेरिकी सेना की अफरातफरी भरी निकासी के चलते तालिबान के हाथ घातक हथियार लगने से लेकर देश के अंदर तेजी से बढ़ रही महंगाई और बेरोजगारी ने भी उनके लिए चिंता पैदा की है. अमेरिकी इकोनॉमी के मंदी की चपेट में आने की घोषणा एक्सपर्ट्स कर चुके हैं. यूक्रेन संकट पर बाइडेन के ढीले रवैये की भी आलोचना अमेरिकी जनता में हो रही है. 

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रही-सही कसर तेल के दाम के मुद्दे पर अमेरिका के अब तक के सबसे बड़े पिछलग्गू सऊदी अरब ने उन्हें आंखे दिखाते हुए उत्पादन में कमी का फैसला करके पूरी कर दी है. इसके अलावा अमेरिका में तेजी से बढ़े वर्गीय भेदभाव से निपटने में भी बाइडेन असफल रहे हैं. साथ ही 'वैपन कल्चर' पर अंकुश लगाने का वादा पूरा नहीं कर पाना भी उनके अलोकप्रिय होने का कारण बना है. अमेरिका में अब भी रोजाना किसी न किसी जगह पर फायरिंग के कारण लोगों के जान गंवाने की खबरें आ रही हैं. 

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स्पीकर पेलोसी के पति पर जानलेवा हमला बनेगा मु्द्दा

इंटरनल सिक्योरिटी इन अमेरिकी चुनाव में अहम मुद्दा साबित होने जा रहा है, क्योंकि महज एक सप्ताह पहले 28 अक्टूबर को हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स की स्पीकर नैंसी पेलोसी के पति पर उनके घर के अंदर जानलेवा हमला हुआ है. रिपब्लिकन पार्टी इसे मुद्दा बना रही है. बता दें कि अमेरिकी व्यवस्था में स्पीकर को राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति के बाद तीसरे नंबर की नागरिक माना जाता है. ऐसे में उनके पति का ही असुरक्षित होना बड़ा मुद्दा है.

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फिलहाल सदन में यह है स्थिति

  • हाउस ऑफ रिप्रजेंटेटिव्स में डेमोक्रेट्स पर 9 सीट का बहुमत है.
  • डेमोक्रेट्स के 422, जबकि रिपब्लिकन के 413 मेंबर हैं सदन में.
  • 1955 के बाद सदन में यह किसी भा पार्टी का सबसे छोटा बहुमत.
  • सीनेट में दोनों पार्टियों के पास बराबर संख्या में 50-50 सीट हैं.
  • उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के वीटो वोट से जीतते हैं डेमोक्रेट्स.

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